चेन्नई, 1 जनवरी (आईएएनएस)। श्रीलंका की जेलों से रिहा किए गए 20 भारतीय मछुआरे विमान से चेन्नई पहुंच गए हैं। मछुआरों को एक साल पहले श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार किया था। वे तमिलनाडु के पुडुकोट्टई, रामनाथपुरम और तूतूकुड़ी जिलों के निवासी हैं और श्रीलंका की जेलों में थे।
भारत और श्रीलंका सरकार के बीच बातचीत के बाद श्रीलंका ने 20 मछुआरों को रिहा कर दिया। उन्हें भारतीय दूतावास के अधिकारियों को सौंप दिया गया, जिन्होंने उन्हें अस्थायी नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान किए। इसके बाद मछुआरों को कोलंबो से चेन्नई हवाई अड्डे पर ले जाया गया।
चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचने पर मछुआरों को नागरिकता सत्यापन, सीमा शुल्क जांच और अन्य औपचारिकताओं से गुजरना पड़ा। इसके बाद मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उन्हें अलग-अलग वाहनों से उनके गृहनगर पहुंचाने की व्यवस्था की।
ज्ञात हो कि तमिलनाडु के मछुआरा संघ राज्य के मछुआरों की नियमित गिरफ्तारी के बाद तटीय जिलों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि वे हस्तक्षेप करें और बीच समुद्र में मशीनी नावों की जब्ती और गिरफ्तारी को रोकें, जो मछुआरों की आजीविका की रीढ़ हैं।
केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में इस मुद्दे पर श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके से बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिलनाडु के मछुआरों की बार-बार गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया।
पीएमके अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदास ने भी भारतीय मछुआरों की और अधिक गिरफ्तारियां रोकने के लिए केंद्र से कड़े हस्तक्षेप की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के 504 भारतीय मछुआरे श्रीलंकाई अधिकारियों की हिरासत में हैं। करीब 48 मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नावें भी श्रीलंकाई अधिकारियों के कब्जे में हैं।
–आईएएनएस
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