शहडोल, देशबन्धु. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिखाई दे रहा है कि बड़ी संख्या में लोग एकजुट होकर नदी को छलनी करते हुए रेत निकाल रहे हैं और इस रेत को ट्रैक्टर में लोड कर रहे हैं. यह वायरल वीडियो शहडोल और उमरिया जिले की सीमा पर स्थित मुड़ना नदी का बताया जा रहा है. इस वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि पुलिस एवं खनिज विभाग ने इन्हें खुली छूट दे रखी है, क्योंकि बिना संरक्षण के दिन दहाड़े इतने बड़े पैमाने में रेत का खनन करना माफियाओं के लिए मुमकिन नहीं है.
शहडोल संभागीय मुख्यालय से लगे शहडोल जिला व उमरिया जिले के मध्य पर स्थित बलवई में मुड़ना नदी दो जिलों की सीमा तय करती है. एक ओर शहडोल जिले के सोहागपुर व गोहपारू थाना की सीमा लगती है, तो दूसरी ओर उमरिया जिले के पाली थाने की सीमा लगती है.
बताया जा रहा है कि दिन रात मिलाकर 400 से अधिक ट्रैक्टर यहां से अवैध रेत लेकर आसपास के क्षेत्र में इसे बेच देते हैं. दोनों जिलों में अवैध रेत की सप्लाई यहां से की जा रही है. पुलिस व खनिज की मिली भगत से इन अवैध रेत से भरे ट्रैक्टरों को रोका नहीं जाता. जिसकी वजह से दिन प्रतिदिन यह काला कारोबार बढ़ता जा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि, माफिया नदी से खनन कर उनके खेतों से रेत से भरे ट्रैक्टरों का परिवहन कर रहे है. विरोध करने पर माफियाओं के द्वारा उन्हें डराया धमकाया जाता है, कि अगर तुमने इस मामले की कही शिकायत की तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे. कई बार तो इस मामले की पुलिस से भी लोगों ने शिकायत की है. लेकिन पुलिस कार्यवाही नही करती ऐसा लोगों का आरोप है.
एक ओर घुनघुटी चौकी प्रभारी उप निरीक्षक भूपेंद्र पंत का कहना है कि, हमें जब भी जानकारी लगती हैं हम कार्रवाई करते हैं. वहीं सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पाण्डेय ने बताया कि समय-समय पर अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर पकड़े गए हैं. अगर ऐसा हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी. दो जिलों की सीमा के चक्कर में माफिया फायदा उठाते हैं. अगर शहडोल की पुलिस पहुंचती है तो वह उमरिया की ओर भाग जाते हैं, जिन्हें पकड़ना थोड़ा मुश्किल हो जाता है.
शहडोल नहीं उमरिया का है मामला
पुलिस अधीक्षक शहडोल कुमार प्रतीक ने इस संबंध में बताया कि सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद थाना प्रभारी गोहपारू को इसकी तस्दीक हेतु निर्देशित किया था. थाना प्रभारी गोहपारू और उनकी टीम द्वारा उक्त स्थान पर तस्दीक हेतु दबिश दी तो वहां पर अवैध रूप से रेत उत्खनन करते हुए कोई वाहन अथवा व्यक्ति नहीं पाया गया है. पुलिस अधीक्षक श्री प्रतीक ने बताया कि तस्दीक पर उक्त स्थल उमरिया जिले के अंतर्गत होना पाया गया है.