जयसिंहनगर, देशबन्धु। स्थानीय मां दुर्गा मंदिर में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें और अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तों को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते है। कथा के समापन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। भगवान श्रीकृष्ण के भजन से ओत – प्रोत नगरवासी कार्यक्रम के दौरान थिरकते नज़र आये। कथा के अंतिम क्षणों में सर्वाधिक भीड़ देखने को मिली जहां हजारों लोगों ने अमृत कथा का रसपान किया, पूज्य आचार्य जी ने सात दिवसीय कथा प्रवचन में भक्तों को मनमोहक प्रसंग सुनाये । नवरात्रि के पावन पर्व पर सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में पूज्य आचार्य श्री रविकृष्ण शास्त्री जी महाराज श्रीधाम वृन्दावन का सानिध्य प्राप्त हुआ।