रियाध (सऊदी अरब), 1 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय फुटबॉल के इतिहास में पहली बार फीफा द्वारा स्वीकृत रेफरी फैसला समीक्षा प्रणाली वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वार) सिस्टम का इस्तेमाल नॉक आउट मैचों में किया जाएगा।
वार का इस्तेमाल रियाध में खेली जा रही संतोष ट्रॉफी के लिए 76वीं राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के नॉक आउट मैचों में किया जाएगा। पहला सेमीफाइनल पंजाब और सर्विसेस के बीच बुधवार को खेला जाएगा और यह पहला घरेलू मैच होगा जिसमें रेफरी के लिए वार सुविधाओं का इस्तेमाल होगा।
वार का इस्तेमाल देश की दो शीर्ष प्रोफेशनल लीग-इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) और आई लीग में नहीं किया गया है। इसका भारत में 2022 में फीफा महिला अंडर 17 विश्व कप में शुरूआत से और एएफसी महिला एशिया कप में क्वार्टरफाइनल से इस्तेमाल किया गया था।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, वार पहली बार संतोष ट्रॉफी में इस्तेमाल किया जाएगा। हम मैच का प्रसारण करने के लिए 10-12 कैमरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए हमने वार का इस्तेमाल करने के बारे में भी सोचा।
यहां दौरा करने वाले भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए कल्याण चौबे ने कहा,हम वार का इस्तेमाल अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में भी करने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन कीमत एक बड़ा कारण होगा।
उन्होंने कहा कि रियाध में मैचों-दो सेमीफाइनल, तीसरे स्थान का मैच और फाइनल -का प्रसारण डीडी स्पोर्ट्स, एआईएफएफ के यू ट्यूब चैनल और फैनकोड एप पर होगा।
–आईएएनएस
आरआर
रियाध (सऊदी अरब), 1 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय फुटबॉल के इतिहास में पहली बार फीफा द्वारा स्वीकृत रेफरी फैसला समीक्षा प्रणाली वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वार) सिस्टम का इस्तेमाल नॉक आउट मैचों में किया जाएगा।
वार का इस्तेमाल रियाध में खेली जा रही संतोष ट्रॉफी के लिए 76वीं राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के नॉक आउट मैचों में किया जाएगा। पहला सेमीफाइनल पंजाब और सर्विसेस के बीच बुधवार को खेला जाएगा और यह पहला घरेलू मैच होगा जिसमें रेफरी के लिए वार सुविधाओं का इस्तेमाल होगा।
वार का इस्तेमाल देश की दो शीर्ष प्रोफेशनल लीग-इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) और आई लीग में नहीं किया गया है। इसका भारत में 2022 में फीफा महिला अंडर 17 विश्व कप में शुरूआत से और एएफसी महिला एशिया कप में क्वार्टरफाइनल से इस्तेमाल किया गया था।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, वार पहली बार संतोष ट्रॉफी में इस्तेमाल किया जाएगा। हम मैच का प्रसारण करने के लिए 10-12 कैमरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए हमने वार का इस्तेमाल करने के बारे में भी सोचा।
यहां दौरा करने वाले भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए कल्याण चौबे ने कहा,हम वार का इस्तेमाल अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में भी करने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन कीमत एक बड़ा कारण होगा।
उन्होंने कहा कि रियाध में मैचों-दो सेमीफाइनल, तीसरे स्थान का मैच और फाइनल -का प्रसारण डीडी स्पोर्ट्स, एआईएफएफ के यू ट्यूब चैनल और फैनकोड एप पर होगा।
–आईएएनएस
आरआर