कोलकाता, 29 फरवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ टीमों पर हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने गुरुवार को इसकी घोषणा की।
घटना के बाद 55 दिन से फरार शाहजहाँ को बुधवार देर रात उत्तरी 24 परगना जिले के मिनाखाह से गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को एक जिला अदालत ने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
संदेशखाली में एक स्थानीय तृणमूल नेता शाहजहाँ पर क्षेत्र में ग्रामीणों को परेशान करने का भी आरोप है।
बसु ने मीडियाकर्मियों से कहा, “यह (शाहजहाँ को निलंबित करने का निर्णय) साबित करता है कि तृणमूल कांग्रेस विशिष्ट आरोपों का सामना करने वालों के खिलाफ कदम उठाती है। यह हमारे लिए कोई नई बात नहीं है। तृणमूल कांग्रेस ने पहले भी ऐसा किया है।”
मंत्री ने भाजपा और तृणमूल के बीच तुलना करते हुए कहा, “भाजपा तृणमूल कांग्रेस की तरह नहीं है। मैं प्रधानमंत्री को सुवेंदु अधिकारी, नारायण राणे और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे पार्टी नेताओं को निलंबित करने की चुनौती देता हूं। मणिपुर के मुख्यमंत्री या बृजभूषण जैसे भाजपा नेताओं के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं?”
इस बीच, राज्य भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने निलंबन को इज्जत बचाने की कवायद बताया।
मजूमदार ने कहा, “कल तक, सत्तारूढ़ दल शाहजहाँ के किसी भी तरह के गलत कामों में शामिल होने से इनकार कर रहा था। गिरफ्तारी और निलंबन दोनों एक स्क्रिप्टेड ड्रामा का हिस्सा हैं। शाहजहाँ जिस प्रकार जिला अदालत में दाखिल हुआ, उससे ऐसा नहीं लगा कि वह गिरफ्तार है। ऐसा लग रहा था जैसे शाहजहाँ ने पुलिस को गिरफ्तार कर लिया हो।”
–आईएएनएस
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