कोलकाता, 23 फरवरी (आईएएनएस)। यौन उत्पीड़न और हिंसा के आरोपी फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां तथा उसके करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली में शुक्रवार को महिलाएं फिर से लाठी और झाड़ू लेकर सड़कों पर उतर आईं, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया।
पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संदेशखाली में दो ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा लगा दी है, जहां शुक्रवार सुबह से सबसे अधिक तनाव था।
अतिरिक्त पुलिस निदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार भारी पुलिस दल के साथ तनाव प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं से सड़कों पर विरोध करने की बजाय जिला प्रशासन से संपर्क करने और अपनी शिकायतें दर्ज कराने की अपील की। दूसरे वरिष्ठ पुलिसकर्मियों ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया कि इस तरह के विरोध प्रदर्शनों से उनकी शिकायतों को दूर करने की प्रक्रिया में देरी होगी।
ईडी और सीएपीएफ के जवानों पर 5 जनवरी की सुबह हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन के स्वामित्व वाले मछलीपालन फार्म के भीतर एक गोदाम को स्थानीय लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गुरुवार शाम से संदेशखाली में तनाव व्याप्त था।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शुक्रवार को फरार तृणमूल कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी के अलावा, शाहजहाँ और उसके सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से और जबरदस्ती कब्जा की गई कृषि भूमि को वापस करने की भी माँग उठाई जिसे खारा पानी बहाकर खराब कर दिया गया था और वहाँ मछली पालन किया जा रहा था।
इस बीच, भाजपा की लोकसभा सदस्य लॉकेट चटर्जी और विधायक अग्निमित्र पॉल के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने संदेशखाली जाते समय बीच रास्ते में रोक दिया। भोजेरहाट इलाके में रोके जाने के बाद चटर्जी और पॉल को पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस करते देखा गया। भाजपा समर्थकों और पुलिसवालों के बीच हल्की झड़प भी हुई।
बाद में चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया और मध्य कोलकाता के लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया।
–आईएएनएस
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