संभल, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल में लोगों की मौत पर सपा प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए के चेक दिए। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई को गलत ठहराया और आरोपों को साजिश बताया।
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने हिंसा के पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए के चेक सौंप दिए हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद के नेतृत्व में सपा का एक डेलीगेशन संभल गया था, जिसने गेस्ट हाउस में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवारों से घटना की जानकारी ली। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हम पहले आना चाहते थे, लेकिन हमें आने नहीं दिया गया। प्रदेश की व्यवस्था खराब हो रही है। अभी हुए उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। चाहे कुंदरकी, कटेहरी मांझवा हो, वहां पर बहुत लंबे स्तर पर धांधली हुई। लोगों को वोट नहीं डालने दिया गया। उनका वोट पुलिस के माध्यम से डाला गया। कानून व्यवस्था की हलात दिनों दिन खराब होती जा रही हैं। पूरे सूबे की बताने की जरूरत नहीं है। जहां से मुख्यमंत्री आते हैं, वहां हर हफ्ते गोली चलती है। डकैती भी हो रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बेरोजगारी और मंहगाई दिनोंदिन बढ़ रही है। उस तरफ से ध्यान हटाने के लिए सरकार ऐसी घटनाएं करा रही है। यहां हो रहे अवैधानिक कार्यों की जांच हो, जो यहां ऐसे काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पुलिस-प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस की लाठी भी चोरी होगी तो वह इल्जाम मुझ पर लगा देंगे। उन्होंने बवाल के दौरान खुद पर हुई कार्रवाई को गलत बताया। सांसद ने कहा कि उनके खिलाफ गलत तरीके से रिपोर्ट दर्ज की गई।
–आईएएनएस
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