संयुक्त राष्ट्र, 1 अगस्त (आईएएनएस)। सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र के नेताओं ने पाकिस्तान में जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में आत्मघाती विस्फोट की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया। घटना में 54 लोगों की जान चली गई थी।
ध्रुवीकृत परिषद ने एकता दिखाते हुए सोमवार को एक प्रेस बयान जारी कर खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर में रविवार को हुए “जघन्य और कायरतापूर्ण आत्मघाती आतंकवादी हमले” की कड़े शब्दों में निंदा की।
परिषद ने एक बयान में कहा, “सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने आतंकवाद के इन निंदनीय कृत्यों के अपराधियों, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के दायरे में लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।”
महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और महासभा के अध्यक्ष सीसाबा कोरोसी ने भी हमले की निंदा की।
कोरोसी ने कहा, “मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के संकट से निपटने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के अपने प्रयासों को मजबूत करने का आग्रह करता हूं।”
महासचिव के प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि गुटेरेस “पाकिस्तानी अधिकारियों से जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाने का आह्वान करते हैं” और “आतंकवाद के सभी उदाहरणों और नागरिकों के खिलाफ जानबूझकर लक्षित हमलों की निंदा करते हैं।”
खुरासान प्रांत के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
जेयूएल-एफ प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट गठबंधन का सदस्य है।
–आईएएनएस
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