न्यूयॉर्क, 23 सितंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार तथा इसकी कार्यप्रणाली में सुधार के भारत के दीर्घकालिक रुख का जापानी पीएम फूमियो किशिदा ने समर्थन किया है। उन्होंने समकालीन विश्व की वास्तविकताओं के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय संगठन को ढालने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
जापानी पीएम ने सोमवार को न्यूयॉर्क में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व एक ‘ऐतिहासिक मोड़’ पर खड़ा है, मौजूदा और भावी पीढ़ियों के हितों की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से कार्रवाई करने की तत्काल जरुरत है।
किशिदा ने कहा, “शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों की ओर से सुधार के लिए स्पष्ट आह्वान किया जा रहा है, जिसमें बहुमत स्थायी और अस्थायी दोनों सीटों के विस्तार का समर्थन कर रहा है।”
जापानी पीएम ने कहा, “अगले वर्ष संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। हमें सुरक्षा परिषद के सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार लंबे समय से यूएनएससी में भारत के लिए स्थायी सदस्यता प्राप्त करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
इससे पहले शनिवार को जापानी प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृहनगर डेलावेयर में आयोजित क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की।
बैठक के बाद जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “शुरुआत में, प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए भारत को चुना।’ उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जापान और भारत वैश्विक शासन में सहयोग करना जारी रखेंगे।
दोनों नेताओं ने इस बात की भी पुष्टि की कि दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में ठोस पहलों पर सहयोग करना जारी रखेंगे।
–आईएएनएस
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