सतना,देशबन्धु. शिक्षा और स्वास्थ्य पर सरकार जोर दे रही है और नई नई योजनाएं संचालित कर हितग्राहियों को लाभ भी पहुंचा रही है, लेकिन सतना जिला प्रशासन इन जगहों पर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है. कहने को तो सतना स्मार्ट सिटी में शामिल है और स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन के तहत शहर का विकास भी किया जा रहा है, मगर कितना शहर का विकास हो रहा है, यह सब जानते है और जिम्मेदार भी जान रहे है कि इन दिनों शहर की हालत कितनी खस्ता है.
जहां जिस रोड से निकलो खस्ते की तरह अलग-अलग परते हैं कहीं सड़क के ऊपर की परत ही गायब है तो कहीं डामर,सीमेंट ही गायब है तो कहीं गढ्ढे ही गढ्ढे हैं. इतना ही नहीं सीवर लाई के कारण तो और भी सड़कों की हालत खस्ता है. शिक्षा और स्वास्थ्य की तरफ ध्यान इसलिए आकृष्ट कराया जा रहा है कि इंदिरा कन्या महाविद्यालय से लेकर जिला अस्पताल के आंगे तक रोड की हालत इतनी खस्ता है कि इस रोड से निकलना क्या चलन मुश्किल है.
इन जगहो से रोजाना हजारो की संख्या में छात्रायें, मरी व परिजन तथा आम आदमी आते जाते है, लेकिन वे कैसे आते जाते है ये वही जानते है जो प्रतिदिन यहां से निकलते हैं. हालांकि आम रहगीर भी जानता है कि ऑटो रिक्सा व एम्बुजलेंसे हिचकोले खाती हुई निकलती है जिससे मरीज और सवारी भी हिचकोले खाकर दर्द से कराह जाते हैं.