नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। ‘सनातन धर्म’ पर विवादास्पद बयान को लेकर तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं।
ये शिकायतें सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल और हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने दायर की हैं।
जिंदल ने आरोप लगाया कि उदयनिधि मारन के भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक, टिप्पणियां थीं।
जिंदल ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयानों से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, जिन्होंने सनातन धर्म की तुलना मच्छरों, डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी और इसके उन्मूलन का आह्वान किया था।
शिकायतों में कहा गया है कि ये टिप्पणियां सनातन धर्म के प्रति घृणा प्रदर्शित करती हैं और तमिलनाडु सरकार में विधायक और मंत्री उदयनिधि मारन पर जानबूझकर धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। शिकायतों में कहा गया कि उदयनिधि स्टालिन ने हिंदू धर्म अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान किया।
उन्होंने दिल्ली पुलिस से इस संबंध में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया।
गुप्ता द्वारा दर्ज कराई शिकायत में कहा गया, “मैंने सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर एक वीडियो और समाचार देखा जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, ‘सनातन धर्म सामाजिक न्याय और अन्याय के खिलाफ है।’ उन्होंने इसकी तुलना मच्छरों, डेंगू, मलेरिया या कोरोना से करते हुए कहा कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। इन टिप्पणियों से मेरी और सनातन धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सनातन धर्म का अपमान करने के लिए स्टालिन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”
–आईएएनएस
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