नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। डीएमके नेता ए. राजा ने देश और सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। राजा ने अपने बयान में कथित तौर पर भारत को एक देश मानने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने रामायण और भगवान राम पर भरोसा नहीं होने की बात कही है।
ए. राजा का यह वीडियो भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने डीएमके नेता के विवादित बयान वाले कई वीडियो पोस्ट किए हैं। ए. राजा ने यह बयान कोयम्बटूर में एक कार्यक्रम में दिया।
अमित मालवीय द्वारा शेयर किए गए वीडियो में ए. राजा तमिल भाषा में लोगों को संबोधित कर रहे हैं, जिसमें वह कथित तौर पर कह रहे हैं कि ”अगर आप कहेंगे प्रभु श्रीराम ही आपके ईश्वर हैं और भारत माता की जय है, तो हम भगवान राम और भारत माता की जय को कभी स्वीकार नहीं करेंगे, तमिलनाडु स्वीकार नहीं करेगा। आप जाकर कहो, हम प्रभु श्रीराम के शत्रु हैं। मुझे रामायण और भगवान राम पर भरोसा नहीं है।”
इसके अलावा ए. राजा ने भगवान हनुमान की तुलना ‘बंदर’ से कर दी और ‘जय श्री राम’ के नारे को घृणास्पद बोल दिया।
दूसरे वीडियो में डीएमके नेता ए. राजा को बोलते हुए सुन सकते हैं, ”भारत एक राष्ट्र नहीं है, इस बात को अच्छे से समझ लें। भारत एक राष्ट्र नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ए. राजा ने भारत को उपमहाद्वीप बताने का कारण बताया और कहा, ”यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है, मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है। ये सभी राष्ट्र मिलकर भारत बनाते हैं। तो, भारत देश नहीं है, यह एक उपमहाद्वीप है। यहां बहुत सारी परंपराएं और संस्कृतियां हैं। अगर आप तमिलनाडु आते हैं, तो वहां की एक संस्कृति है। इसी तरह केरल, दिल्ली, ओडिशा में एक और संस्कृति है।”
उन्होंने अगले वीडियो में कथित तौर पर कहा, ”इसी तरह कश्मीर में भी एक संस्कृति है। इसे स्वीकार करें। मणिपुर में लोग कुत्ते का मांस खाते हैं, इस बात को स्वीकार करें। अगर कोई समुदाय गोमांस खाता है, तो आपको क्या समस्या है? क्या उन्होंने आपसे खाने के लिए कहा? अनेकता में एकता। हमारी संस्कृति अलग है, इसे स्वीकार करें।”
अमित मालवीय ने अपने तीसरे पोस्ट में विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”द्रमुक के गुट से नफरत भरे भाषण लगातार जारी हैं। उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को नष्ट करने के आह्वान के बाद अब यह ए. राजा हैं, जो भारत के विभाजन का आह्वान कर रहे हैं, भगवान राम का उपहास कर रहे हैं, मणिपुर के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं और एक राष्ट्र के रूप में भारत के विचार पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के साथी चुप हैं। उनके कथित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी की चुप्पी स्पष्ट है।”
वहीं, ए. राजा द्वारा देश को लेकर दिए गए कथित विवादित बयान पर तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने भी वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, ”काल्पनिक स्थितियों का निर्माण करना और अलगाववादी विचारों से लोगों के दिमाग में जहर भरना द्रविड़ राजनीति का आधार रहा है। इंडी गठबंधन की सदस्य द्रमुक चाहती है कि चुनाव के बाद देश बुरी तरह बंट जाए। 1963 में दबे डीएमके के प्रोपेगेंडा को कभी बढ़ने नहीं दिया जाएगा और हम हमारे देश को तोड़ने के उनके हताश प्रयासों और विदेशी एजेंटों की कठपुतली के रूप में कार्य करने के लिए इंडी गठबंधन की कड़ी निंदा करते हैं।”
गौरतलब है कि इससे पहले भी डीएमके नेता ए. राजा ने सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने चेन्नई में सनातन धर्म की तुलना एचआईवी और कोढ़ से कर दी थी, जिसको लेकर पूरे देश में बवाल मचा था।
–आईएएनएस
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