इस्लामाबाद, 7 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बुधवार को भूकंप प्रभावित देश को समर्थन देने के लिए तुर्की की यात्रा करेंगे, जहां सीरियाई सीमा के पास एक क्षेत्र में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने दोनों देशों के लगभग 5,000 लोगों की मौत हो गई।
सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री बुधवार सुबह अंकारा के लिए रवाना होंगे।
उन्होंने कहा, वह राष्ट्रपति (रेसेप तैयप) एर्दोगन के लिए भूकंप के विनाश, जीवन की हानि और तुर्की के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। प्रधानमंत्री की तुर्की यात्रा के कारण गुरुवार को बुलाई गई एपीसी स्थगित की जा रही है, सहयोगी दलों के परामर्श से नई तारीख की घोषणा की जाएगी।
साथ ही ट्विटर पर प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि तुर्की और सीरिया में तबाही दिमाग सुन्न करने वाली है।
उन्होंने कहा, तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के 24 घंटे बाद मौत और विनाश के ²श्य दिमाग को सुन्न कर देने वाले हैं। यह बड़े पैमाने पर दिल दहला देनेवाली मानवीय त्रासदी है।
सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस बीच, पाकिस्तान की सेना ने भूकंप पीड़ितों के लिए बचाव विशेषज्ञों, खोजी कुत्तों और खोज उपकरणों से युक्त एक शहरी खोज और बचाव दल सहित दो यूनिट्स भेजीं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बयान में कहा गया है कि सेना ने सेना के डॉक्टरों, नसिर्ंग स्टाफ, तकनीशियनों, 30 बिस्तरों वाले मोबाइल अस्पताल, टेंट और कंबल सहित अन्य राहत सामग्री की एक मेडिकल टीम भेजी है।
आईएसपीआर ने कहा कि तुर्की सरकार, सशस्त्र बलों और इस्लामाबाद में तुर्की दूतावास के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए तुर्की के लोगों के लिए राहत प्रयास करने के लिए सहायता दल सोमवार रात पाकिस्तान वायु सेना के विशेष विमान के माध्यम से अदाना, तुर्की के लिए रवाना हुए।
इसमें कहा गया है कि राहत और बचाव अभियान पूरा होने तक दल तुर्की में रहेंगे।
देश के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अलग बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक विमान 15 टन सहायता ले जा रहा है और 50 सदस्यीय टीम जिसमें राज्य बचाव संगठन के कर्मचारी शामिल हैं, मंगलवार को बाद में तुर्की के लिए रवाना होंगे।
एक सी-130 विमान लाहौर से इस्तांबुल तक 15 टन मानवीय सहायता भी ले जाएगा।
सहायता में शीतकालीन टेंट, कंबल और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल होंगी।
–आईएएनएस
एसकेके/एएनएम
इस्लामाबाद, 7 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बुधवार को भूकंप प्रभावित देश को समर्थन देने के लिए तुर्की की यात्रा करेंगे, जहां सीरियाई सीमा के पास एक क्षेत्र में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने दोनों देशों के लगभग 5,000 लोगों की मौत हो गई।
सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री बुधवार सुबह अंकारा के लिए रवाना होंगे।
उन्होंने कहा, वह राष्ट्रपति (रेसेप तैयप) एर्दोगन के लिए भूकंप के विनाश, जीवन की हानि और तुर्की के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। प्रधानमंत्री की तुर्की यात्रा के कारण गुरुवार को बुलाई गई एपीसी स्थगित की जा रही है, सहयोगी दलों के परामर्श से नई तारीख की घोषणा की जाएगी।
साथ ही ट्विटर पर प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि तुर्की और सीरिया में तबाही दिमाग सुन्न करने वाली है।
उन्होंने कहा, तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के 24 घंटे बाद मौत और विनाश के ²श्य दिमाग को सुन्न कर देने वाले हैं। यह बड़े पैमाने पर दिल दहला देनेवाली मानवीय त्रासदी है।
सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस बीच, पाकिस्तान की सेना ने भूकंप पीड़ितों के लिए बचाव विशेषज्ञों, खोजी कुत्तों और खोज उपकरणों से युक्त एक शहरी खोज और बचाव दल सहित दो यूनिट्स भेजीं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बयान में कहा गया है कि सेना ने सेना के डॉक्टरों, नसिर्ंग स्टाफ, तकनीशियनों, 30 बिस्तरों वाले मोबाइल अस्पताल, टेंट और कंबल सहित अन्य राहत सामग्री की एक मेडिकल टीम भेजी है।
आईएसपीआर ने कहा कि तुर्की सरकार, सशस्त्र बलों और इस्लामाबाद में तुर्की दूतावास के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए तुर्की के लोगों के लिए राहत प्रयास करने के लिए सहायता दल सोमवार रात पाकिस्तान वायु सेना के विशेष विमान के माध्यम से अदाना, तुर्की के लिए रवाना हुए।
इसमें कहा गया है कि राहत और बचाव अभियान पूरा होने तक दल तुर्की में रहेंगे।
देश के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अलग बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक विमान 15 टन सहायता ले जा रहा है और 50 सदस्यीय टीम जिसमें राज्य बचाव संगठन के कर्मचारी शामिल हैं, मंगलवार को बाद में तुर्की के लिए रवाना होंगे।
एक सी-130 विमान लाहौर से इस्तांबुल तक 15 टन मानवीय सहायता भी ले जाएगा।
सहायता में शीतकालीन टेंट, कंबल और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल होंगी।
–आईएएनएस
एसकेके/एएनएम