नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। समुद्री डकैती का मुकाबला करन के लिए भारतीय नौसेना ने अमेरिका, इटली, ब्रिटेन, सेशेल्स के रक्षा बलों व नौसेनाओं के साथ विदेशी समुद्र में व्यावसायिक बातचीत व विशेषज्ञता का आदान-प्रदान किया है। संयुक्त समुद्री बल (सीएमएफ) द्वारा संचालित इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस 2023’ नाम दिया गया।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह एक बहुराष्ट्रीय पहल है, इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को बढ़ाना, क्षेत्र में सुरक्षा और नेविगेशन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए समुद्री डकैती का मुकाबला करना है। भारतीय नौसेना का समुद्री जहाज ‘आईएनएस सुनयना’ इस बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास का हिस्सा बना। इस दौरे का उद्देश्य अलग-अलग देशों के साथ बहुपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ बनाना और सीएमएफ अभ्यास के माध्यम से सहयोग बढ़ाना भी था।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक संयुक्त समुद्री बल द्वारा संचालित ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस 2023 में हिस्सा लेने के लिए आईएनएस सुनयना खास तौर पर ‘सेशेल्स’ में है। यह हिंद महासागर में स्थित 115 द्वीपों वाला एक द्वीपसमूह राष्ट्र है। यह अफ्रीकी मुख्यभूमि से लगभग 1500 किलोमीटर दूर पूर्व दिशा मे और मेडागास्कर के, उत्तर पूर्व मे हिंद महासागर में स्थित है। इसके पश्चिम मे ज़ांज़ीबार, दक्षिण मे मॉरीशस और रीयूनियन, दक्षिणपश्चिम मे कोमोरोस और मयॉट और उत्तर पूर्व मे मालदीव का सुवाडिवेस स्थित है। सेशेल्स मे अफ्रीकी महाद्वीप के किसी भी अन्य देश के मुकाबले सबसे कम आबादी है। नौसेना के जहाज की यात्रा के दौरान, अमेरिका, इटली, ब्रिटेन, सेशेल्स रक्षा बलों और समुद्री पुलिस, ईयूनैवफॉर के सदस्य देशों की भाग लेने वाली नौसेनाओं के कर्मी व्यापक व्यावसायिक परस्पर बातचीत, विषय वस्तु विशेषज्ञता आदान-प्रदान और दौरे में शामिल थे।
जहाज पर नेविगेशन, वीबीएसएस (मूलभूत और उन्नत प्रशिक्षण), समुद्री डोमेन जागरूकता और बड़े पैमाने पर हताहत निकासी ड्रिल के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान और व्यावहारिक प्रदर्शन आयोजित किए गए। सीटीएफ 56 के कमांडर कमोडोर ओलिवर की अगुवाई में बहरीन से सीएमएफ के एक प्रतिनिधिमंडल ने जहाज पर प्रशिक्षण अभ्यासों का अवलोकन किया। जहाज के चालक दल के साथ-साथ सेशेल्स रक्षा बलों और सीएमएफ के कार्मिकों की सहभागिता के साथ जहाज पर एक संयुक्त योग सत्र आयोजित किया गया था।
–आईएएनएस
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