नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।
–आईएएनएस
जीसीबी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर, (आईएएनएस)। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम प्रदूषण को लेकर आता है। दशहरा के अगले दिन दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी बढ़ जाता है और दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी खराब हो जाता है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दशहरे के अगले दिन दिल्ली वाले साफ हवा में सांस ले रहे हैं। इसके साथ ही ख़ुद दिल्ली सरकार का मानना है कि आगामी दिनों में जब हवा रुक जाएगी, तापमान कम होगा, बारिश नहीं होगी तो ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आएंगे और दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ेगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के बाद दिल्ली का वातावरण पहले की तुलना में साफ़ है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली की एयर क्वालिटी अभी भी उतने खराब स्तर पर नहीं पहुंची है। वह भी तब, जबकि पिछले लगभग 10 दिनों से दिल्ली के अंदर बारिश नहीं हुई है। इसके बावजूद भी दिल्ली की हवा उतनी खराब नहीं हुई है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब दशहरे के अगले दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता उतनी अधिक खराब नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसका एक बड़ा श्रेय दिल्ली वासियों को भी दिया है। गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री का कहना है कि पिछले साल जनवरी से बारह अक्टूबर तक 200 दिन ऐसे थे जो वायु गुणवत्ता के लिहाज़ से अच्छे थे। गोपाल राय का कहना है कि वर्ष 2016 के बाद अगर हम देखें तो कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ था उस समय दिल्ली के अंदर 2020 में एयर क्वालिटी का यह स्तर था।
गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली की स्वच्छता को लेकर ये आंकड़े केवल दिल्ली सरकार के नहीं हैं बल्कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने दिल्ली को लेकर यह आंकड़े जारी किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अच्छी बारिश है।