जयपुर, 23 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्र सरकार के बजट पर राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि यह बजट सरकार बचाने के दबाव का बजट है, जिसमें बिहार और आंध्र प्रदेश के अलावा देश की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान बस देखता ही रह गया।
कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने कहा, आज 50,000 करोड़ रुपये से अधिक आप बिहार को दे रहे हैं। 15,000 करोड़ रुपये से अधिक आंध्र प्रदेश को दे रहे हैं। आंध्र प्रदेश और बिहार के अलावा बाकी देश दिखाई नहीं दे रहा है। यह स्पष्ट तौर पर बताता है कि कहीं न कहीं सरकार पर दबाव है। पहले गुजरात पर फोकस होता था, अब तीन राज्यों पर हो गया है, और राजस्थान सिर्फ देखता ही रह गया।
उन्होंने कहा कि इस बार भी राजस्थान से 14 सांसद जीतकर गए हैं, लेकिन राजस्थान की धरती की बात, हमारे समय के रुके हुए प्रोजेक्ट, चाहे राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात हो, वह सब नहीं हो पाई।
टीकाराम ने कहा कि सरकार पर ऐसा बजट पेश करने का दबाव था। उन्होंने कहा, दो करोड़ युवाओं को रोजगार, किसानों की आमदनी दोगुनी, महिला सुरक्षा की बात थी, डॉलर रुपये बराबर करने की, महंगाई कम करने की, डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस सस्ता कर आम जनता को राहत देने की बात थी, वह कहीं नजर नहीं आई। यह बजट सरकार को बचाने वाला बजट बनकर रह गया।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी आम बजट को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने केंद्र के आम बजट को ‘कुर्सी बचाओ बजट’ बताया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार के बजट को ‘कॉपी पेस्ट’ भी कहा।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”कुर्सी बचाओ बजट। सहयोगियों को खुश करने की कोशिश की गई है। अन्य राज्यों की कीमत पर उनसे खोखले वादे किए गए। इसमें आम भारतीय को कोई राहत नहीं दी गई।” उन्होंने बजट को कांग्रेस के घोषणापत्र और पिछले बजट का कॉपी पेस्ट भी बताया।
–आईएएनएस
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