सूरत, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक विकास के लिए सरकार के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए रविवार को कहा कि भाजपा सरकार ने अगले 25 वर्षों के लिए एक लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे हासिल करने की दिशा में वह काम कर रही है।
मोदी ने गुजरात के सूरत दौरे के दौरान कहा, “चाहे लक्ष्य पाँच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था का हो या 10 ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था का, सरकार ने अगले 25 वर्षों के लिए लक्ष्य तय किया है। हम इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि सरकार अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत के निर्यात उद्योग को बढ़ावा देने और देश को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सूरत डायमंड एक्सचेंज की स्थापना पर मोदी ने कहा कि यह “मोदी की गारंटी” का फल है।
उन्होंने कहा, “आज सूरत दुनिया के शीर्ष 10 विकासशील शहरों में से एक है। सूरत का स्ट्रीट फूड, कौशल विकास का काम, सब कुछ अद्भुत है। सूरत को कभी सन सिटी के नाम से जाना जाता था, लेकिन आज यहां के लोगों ने अपनी कड़ी मेहनत से इसे डायमंड सिटी बना दिया है।”
उन्होंने दो परियोजनाओं – सूरत डायमंड बोर्स (एसबीडी) और सूरत हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन भी किया।
एसडीबी को दुनिया का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट कार्यस्थल माना जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय हीरे और आभूषण व्यवसाय के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है।
सूरत शहर के पास खजोद गांव में स्थित एसडीबी 67 लाख वर्ग फुट से अधिक क्षेत्रफल वाला एक वास्तुशिल्प चमत्कार है। इसे कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे और उत्तम आभूषणों के वैश्विक व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस सुविधा में आयात और निर्यात के लिए एक ‘सीमा शुल्क निकासी गृह’, खुदरा व्यवसायों के लिए एक आभूषण मॉल, अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग सेवाएं और सुरक्षित वॉल्ट शामिल हैं।
पूर्व में मुंबई स्थित हीरा व्यापारियों सहित कई हीरा व्यापारियों ने पहले ही एसडीबी परिसर के भीतर अपने अपने ऑफिस बुक करा लिए हैे, जिन्हें एक सफल नीलामी के बाद प्रबंधन द्वारा आवंटित किया गया था।
एसडीबी का निर्माण 35.54 एकड़ भूमि पर 3400 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है जो इसे कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के व्यापार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करता है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय हीरा बाजार में भारत की भूमिका और मजबूत हो गई है।
सूरत हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का निर्माण 353 करोड़ रुपये में किया गया है। यह आधुनिक सुविधा पीक आवर्स के दौरान प्रति घंटे 1,200 घरेलू और 600 अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही की सुविधा प्रदान कर सकता है, जिसमें तीन हजार यात्रियों को समायोजित करने की क्षमता का विस्तार करने की संभावना है।
यहाँ से मोदी अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर जाने वाले हैं।
–आईएएनएस
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