नई दिल्ली, 11 फरवरी (आईएएनएस)। सरकार ने नए जमाने के प्रभावशाली लोगों और रचनाकारों को पहचानने और भारत की डिजिटल निर्माता अर्थव्यवस्था का जश्न मनाने के लिए ‘नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड’ की घोषणा की है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने कहा, ‘नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड’ का उद्देश्य उन विविध आवाजों और प्रतिभाओं को उजागर करना है, जो भारत के विकास और सांस्कृतिक आख्यान को आकार दे रहे हैं, सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन ला रहे हैं और डिजिटल क्षेत्र में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा दे रहे हैं।
मंत्री ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार निर्माता अर्थव्यवस्था की परिवर्तनकारी शक्ति और प्रभाव को स्वीकार किया है। इस दृष्टिकोण के अनुरूप, MyGov India ने भारत के डिजिटल परिदृश्य में उनके प्रभावशाली योगदान के लिए डिजिटल इनोवेटर्स और कंटेंट क्रिएटर्स का जश्न मनाते हुए नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड की शुरुआत की घोषणा की है।”
यह पुरस्कार 20 से अधिक श्रेणियों में असाधारण रचनात्मकता और नवीनता को मान्यता देता है, जिसमें कहानी सुनाना, सामाजिक परिवर्तन की वकालत, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा, गेमिंग और बहुत कुछ शामिल हैं।
‘डिसरप्टर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार ऐसे रचनाकार को मान्यता देता है, जिसने अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन या नवीनता लाते हुए यथास्थिति को चुनौती दी है।
‘सेलिब्रिटी क्रिएटर ऑफ द ईयर’ एक हाई-प्रोफाइल क्रिएटर को मान्यता देता है, जिन्होंने सकारात्मक बदलाव को प्रभावित करने और रचनात्मक और प्रभावशाली ऑनलाइन सामग्री के लिए एक मिसाल कायम करने के लिए अपनी सेलिब्रिटी स्थिति का लाभ उठाया है।
‘इंटरनेशनल क्रिएटर अवॉर्ड’ विदेश स्थित उन रचनाकारों को सम्मानित करता है, जो भारत की संस्कृति और सॉफ्ट पावर को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
‘टेक क्रिएटर अवार्ड’ उन लोगों के लिए है, जो नवीनतम गैजेट और नवाचारों पर अंतर्दृष्टि, समीक्षा और सिफारिशें प्रदान करते हुए प्रौद्योगिकी के रहस्यों को उजागर करते हैं।
चयन प्रक्रिया में नामांकन चरण, नामांकन की स्क्रीनिंग, उसके बाद सार्वजनिक मतदान और जूरी की समीक्षा का संयोजन शामिल है। विजेताओं की घोषणा जूरी और जनता के वोटों के संयोजन के आधार पर की जाएगी।
मंत्रालय ने कहा, “नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड का उद्देश्य अधिक समावेशी, सहभागी और सशक्त समाज के निर्माण में डिजिटल मीडिया की परिवर्तनकारी क्षमता को प्रेरित करना, पहचानना और जश्न मनाना है।”
–आईएएनएस
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