नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
–आईएएनएस
एसटीपी/एसकेपी
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
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पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
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मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
–आईएएनएस
एसटीपी/एसकेपी
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
–आईएएनएस
एसटीपी/एसकेपी
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भीषण चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के मीडिया कवरेज को लेकर तमाम टीवी चैनल्स को एडवाइजरी जारी कर इस चक्रवात के ग्राउंड रिपोटिर्ंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, जैसा कि मीडिया पहले से ही जानता है, चक्रवात बिपोरजॉय के निकट भविष्य में देश के पश्चिमी तट से टकराने की उम्मीद है, जिससे अलग-अलग आयामों में व्यवधान पैदा होने की संभावना है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि मीडियाकर्मियों, विशेष रूप से सैटेलाइट टीवी चैनलों को चक्रवात और अन्य संबंधित घटनाओं की जमीनी रिपोटिर्ंग करनी होगी। चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए, इस घटना की रिपोटिर्ंग के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए जमीनी स्तर से गंभीर जोखिम पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने मीडियाकर्मियों पर खतरे की आशंका को जाहिर करते हुए आगे कहा कि, सरकार को इस बात की गहरी चिंता है कि इस तरह की जमीनी रिपोटिर्ंग में तैनात विभिन्न मीडियाकर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए रिपोर्टर्स, कैमरामैन एवं अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा के ²ष्टिकोण से विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से निजी टीवी चैनलों को ²ढ़ता से यह सलाह दी जाती है कि मीडिया संगठन प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक और उचित सावधानी बरतें।
पत्र में स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हुए यह भी हिदायत दी गई है कि किसी भी परिस्थिति में मीडियाकर्मियों की तैनाती के लिए इस तरह का निर्णय नहीं लिया जाए जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षा से समझौता हो।