श्रीनगर, 25 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर शनिवार को ‘सर्वोत्तम चुनावी कार्यप्रणाली’ के लिए विभिन्न श्रेणियों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों और जिलों को पुरस्कृत किया। पिछले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और इसके डोडा तथा पुलवामा जिलों को भी पुरस्कार मिला है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसके लिए अधिकारियों और आम लोगों को बधाई दी है।
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत काफी अधिक रहा और सभी स्थानों पर लोगों ने बिना किसी डर के मतदान किया। उपराज्यपाल ने खास तौर पर महिलाओं, युवाओं और दिव्यांग मतदाताओं को बधाई दी, जिन्होंने चुनाव में भाग लिया था। इस दौरान कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आई थी।
उपराज्यपाल ने कहा, “आप लोगों के अमूल्य योगदान के बिना लोकतंत्र का जीवंत रूप लेना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन है। मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहूंगा, जिन्होंने लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाए थे।”
बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट की श्रेणी में जम्मू-कश्मीर को पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के. पोले ने ग्रहण किया।
सुरक्षा प्रबंधन के लिए आम पुरस्कार श्रेणी में पुलवामा जिले को और एक्सेसिबल चुनाव के लिए आम पुरस्कार श्रेणी में डोडा जिले को पुरस्कार मिला जो क्रमशः पुलवामा की एसएसपी पी.डी. नित्या और डोडा के जिला निर्वाचन अधिकारी हरविंदर सिंह ने प्राप्त किया।
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भरोसा दिखाया और बड़ी संख्या में मतदान किया। उन्होंने बताया कि भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा चुनाव के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हों। अब चुनाव प्रक्रिया में राजनीतिक जागरूकता बढ़ी है और लोग ज्यादा संख्या में मतदान कर रहे हैं। मतदाता पहचान पत्रों की व्यवस्था मजबूत हो गई है और विदेशी देश भी अब हमारी चुनाव प्रक्रिया से सीख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद बहुत बड़ी कवायद की गई और चार लाख से अधिक नए मतदाताओं ने मतदान किया।
–आईएएनएस
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