लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। डिजिटल दौर में बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (आईसीपीएफ) की ओर से मोहान रोड स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय के सभागार में बुधवार से दो दिवसीय साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
–आईएएनएस
विकेटी/एबीएम
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लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। डिजिटल दौर में बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (आईसीपीएफ) की ओर से मोहान रोड स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय के सभागार में बुधवार से दो दिवसीय साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
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लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। डिजिटल दौर में बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (आईसीपीएफ) की ओर से मोहान रोड स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय के सभागार में बुधवार से दो दिवसीय साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
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समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
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इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
–आईएएनएस
विकेटी/एबीएम
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लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। डिजिटल दौर में बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (आईसीपीएफ) की ओर से मोहान रोड स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय के सभागार में बुधवार से दो दिवसीय साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।
–आईएएनएस
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लखनऊ, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। डिजिटल दौर में बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इंडियन चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड (आईसीपीएफ) की ओर से मोहान रोड स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका विद्यालय के सभागार में बुधवार से दो दिवसीय साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस जागरूकता कार्यक्रम के पहले दिन ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पद्धति से प्रदेश में संचालित 105 आवासीय सर्वोदय व एकलव्य विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालयों के दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में आईसीपीएफ की ओर से पहले चरण में 10 मंडल के 32 विद्यालयों के 64 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
सरकार का उद्देश्य है कि सर्वोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण से रोकथाम के लिए जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाया जाए। इसी के मद्देनजर समाज कल्याण विभाग और आईसीपीएफ के बीच एमओयू साइन किया गया था।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर छात्र-छात्राओं को साइबर शोषण, ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान तनाव का मानसिक स्वास्थ्य पर असर, डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि को सुरक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी एवं कानूनी पहलुओं के संबंध में जागरूक कर सुरक्षित वातावरण विकसित करेंगे।
समाज कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सभी सर्वोदय विद्यालयों में कंप्यूटर और टैब लैब संचालित किए जा रहे हैं। पहले चरण में 18 और 19 अक्टूबर, दूसरे चरण में 26 और 27 अक्टूबर और तीसरे चरण में 20 और 21 नवंबर को जागरूकता कार्यक्रम चलेगा।