सहारनपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में प्रदर्शन के बाद कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने पहुंचे किसानों की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में तीखी नोकझोंक हो गई। ज्ञापन देने पहुंचे किसानों के ट्रैक्टर को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने अंदर जाने से मना किया तो एक ट्रैक्टर चालक ने एडीएम को कुचलने का प्रयास किया। इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया।
इस दौरान किसानों ने प्रशासन पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। किसानों ने बंद गेट में टक्कर मारकर गेट तोड़ दिया। इसके बाद एडीएम भी किसानों पर भड़क गईं।
दरअसल जब किसान कलेक्टर के गेट पर पहुंचे तो पुलिस प्रशासन ने किसानों को रोकने का प्रयास किया, इसके बाद किसानों ने बंद कलेक्ट्रेट के गेट को ट्रैक्टर से तोड़ दिया। सामने खड़ी एडीएम को आगे से हटना पड़ा, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। किसानों ने ट्रैक्टर की स्पीड बढ़ा दी और कलेक्ट्रेट के अंदर घुस गए।
किसान मजदूर संगठन (पूरण सिंह) के जिलाध्यक्ष ठाकुर अजब सिंह के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने पहुंचे थे। किसान नानौता से ट्रैक्टर से चलकर दिल्ली रोड पहुंचे थे। वहां से पैदल ही कलेक्ट्रेट पहुंचे। लेकिन उससे पहले ही जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर दिया। किसानों को ट्रैक्टर अंदर ले जाने से मना किया गया और पैदल जाने को कहा गया। लेकिन गेट बंद देखकर किसान गुस्सा गए और ट्रैक्टर से गेट तोड़ दिया।
किसान मजदूर संगठन के जिला उपाध्यक्ष प्रिंस राणा ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये प्रशासन की तानाशाही है। किसानों को दबाने का काम इस सरकार के द्वारा किया जा रहा है। जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, किसान यहां से नहीं जाएंगे। हमने कोई गेट नहीं तोड़ा, इन्होंने ही गेट बंद किया। प्रशासन झूठा आरोप लगा रहा है। हमारे ट्रैक्टरों के आगे खड़े होकर लाठियां चलाई गईं। क्या लोकतंत्र में किसानों पर लाठीचार्ज जायज है। किसान इन्हें अनाज उगाकर देगा और ये लोग फ्री अनाज बाटेंगे। इस सरकार में किसान परेशान हैं और उनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं है।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि किसानों से पहले ही बात की गई थी कि पैदल आकर ज्ञापन सौंपेंगे। ट्रैक्टरों की एंट्री नहीं होगी। कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में ट्रैक्टर घुसाने का प्रयास किया। एडीएम प्रशासन के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया गया। वीडियो और फोटो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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