बीजिंग, 10 जून (आईएएनएस)। ‘सभ्यताओं के संवाद’ का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 10 जून को मनाया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव और संयुक्त राष्ट्र सभ्यता गठबंधन (यूएनएओसी) के उच्च प्रतिनिधि मिगुएल एंजेल मोराटिनोस ने मीडिया वक्तव्य जारी कर ‘सभ्यताओं के संवाद’ के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना के लिए हाल ही में पारित प्रस्ताव का स्वागत किया। चीन ने 78वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह प्रस्ताव रखा था।
मोरेटिनोस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से सांस्कृतिक विविधता और मतभेदों का सम्मान करने और मानव की गरिमा की रक्षा करने का भी आह्वान किया।
मोरेटिनोस ने कहा कि सभ्यताओं के बीच संवाद सांस्कृतिक विविधता के मूल्य की समझ बढ़ाने के लिए फायदेमंद है। उन्होंने ‘सभ्यताओं के संवाद’ के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना का समर्थन करने के लिए चीन और अन्य सहयोगी देशों के प्रति आभार व्यक्त किया।
मोरेटिनोस ने यह भी उल्लेख किया कि इन देशों ने सभ्यताओं, संस्कृतियों और धर्मों के बीच समझ और सम्मान को बढ़ावा देने में संयुक्त राष्ट्र सभ्यता गठबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र ने चीन द्वारा प्रस्तावित ‘सभ्यताओं के संवाद’ के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस