नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय ने 21 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में साइबर सुरक्षा सहयोग पर बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह की दूसरी बैठक आयोजित की।
साइबर सुरक्षा पर पहली बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह बैठक भी भारत द्वारा 2022 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।
इस बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह की बैठक का मुख्य उद्देश्य कार्य योजना तैयार करना है, जो आईसीटी के उपयोग में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देगी।
यह कार्य योजना साइबर संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान, साइबर अपराध, महत्वपूर्ण सूचना अवसंरचनाओं की सुरक्षा, साइबर घटना प्रतिक्रिया और साइबर मानदंडों से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए तंत्र को कवर करेगी।
इस कार्य योजना को पांच वर्षों की समय सीमा के भीतर लागू करने का प्रस्ताव किया गया है।
दूसरी बैठक के दौरान कुछ महत्वपूर्ण आदान-प्रदान हुए हैं, जिनमें बिम्सटेक सीईआरटी-टू-सीईआरटी सहयोग तंत्र का निर्माण, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच साइबर अपराध सहयोग ढांचा और क्षेत्र में साइबर सुरक्षा पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम शामिल हैं। विभिन्न प्रस्तुतियों के बीच भारत ने “स्कूली बच्चों के लिए साइबर स्वच्छता” पर भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) की अपनी पहल के बारे में भी प्रस्तुति दी।
बैठक में इस बात पर सहमति हुई कि कार्य योजना का क्रियान्वयन बिम्सटेक में साइबर सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
ये कदम उठाकर बिम्सटेक देश क्षेत्र में अधिक सुरक्षित और लचीला साइबर स्पेस बनाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
आपको बता दें कि बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह, बिम्सटेक के सदस्य देशों के बीच साइबर सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया समूह है। इस समूह का मकसद साइबर सुरक्षा से जुड़ी कार्य योजना बनाना है।
–आईएएनएस
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