सागर. ओशो की धरा गाड़रबारा मे शनिवार को प्रदेश के 500 शिक्षकों के साथ सागर के 30 शिक्षको का राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन एवं राज्य स्तरीय गिजुभाई शिक्षक सम्मान समारोह में सम्मान हुआ. जिसमे बतौर मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री उदय प्रताप सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा बच्चों के मन मे जिज्ञासा का भाव पैदा करना अच्छे शिक्षक क़ी पहचान है, बच्चों मे स्कूल के प्रति लगाव का भाव पैदा करना शिक्षकों का कर्तव्य है, नवाचारी शिक्षक बच्चों की खुराक पूरी करते है, उन्होंने कहा कमियाँ निकालना आसान है पर उदाहरण बनना कठिन है, शिक्षक वास्तव मे चुनौती पूर्ण कार्य करते है बच्चों को प्यार से लगाया चाँटा भी भारी पड़ जाता है, भारत को विश्व गुरु बनाना है तो आप शिक्षकों को नई पीढ़ी को गढ़ना होगा. शिक्षक का ज्ञान व नवाचार अच्छी शिक्षा देता है न कि आलीशान भवन.
मंत्री श्री सिंह ने रतलाम के सी एम राईज स्कूल का उदाहरण देते हुए वहाँ के शिक्षकों जैसे नवाचार व कार्य करने की नसीहत देते हुए कहा कि हमसे चूक होगी तो लोगों के पांच साल खराब होंगे और अगर शिक्षक से चूक हुई तो पूरी जिंदगी खराब होगी. नए-पुराने शिक्षकों की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर नए शिक्षकों के पास ज्यादा डिग्री, डिप्लोमा है तो पुराने शिक्षकों के पास अनुभव है दोनों के आपसी समन्वय से विद्यालय आगे बढ़ता है. शिक्षक संदर्भ समूह की सराहना करते हुए उन्होंने कहा आज सम्मानित हो रहे सभी नवाचारी शिक्षकों की लिस्ट विविध जिलों के अधिकारियों को भेजकर आपके अनुभव व कार्यों का शिक्षण कार्यों मे लाभ लेने को कहा जाएगा.
इस मौके पर स्वागत भाषण डॉ ब्रजेन्द्र भदौरिया ने प्रस्तुत किया तो वही शिक्षक संदर्भ ग्रुप के राज्य अध्यक्ष श्री जगदीश यादव ने कार्यक्रम व समूह की जानकारी दी और शिक्षक संदर्भ समूह के संस्थापक समन्वयक डॉ. दामोदर जैन ने संदर्भ समूह की अवधारणा एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बाल शिक्षाविद गिजुभाई के आदर्शों को आत्मसात करने पर जोर दिया और अच्छी किताबें बनाने मे समूह के शिक्षकों से अपील करते हुए ग्रुप को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग व समर्थन की बात उठाई.
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से नगर पालिका अध्यक्ष श्री शिवाकान्त मिश्रा, पूर्व विधायक साधना स्थापक, योगेश कौरव, समाजसेवी दिनेश मालपानी, विजय भदौरिया, प्रियांश जैन, संदीप जैन, अशोक भार्गव, प्राचीश जैन व अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे. जिन्होंने प्रदेशभर के 500 नवाचारी शिक्षकों को सम्मानित किया. इस मौके पर चार महिला शिक्षकाओं को विशेष महिला शिक्षक सम्मान से नबाजा गया. कार्यक्रम का सुभारंभ सरस्वती पूजन एवं शिक्षाविद गिजुभाई, तथा राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त स्व. प्रेम नारायन त्रिपाठी, ओमकार प्रसाद बसेंडिया, शेख निजाम, सुशीला शर्मा की तस्वीर पर पुष्पाजलि अर्पित कर की गई.
इस कार्यक्रम मे सागर जिला से भी करीब दो दर्जन नवाचारी शिक्षक राज्य स्तरीय गिजुभाई शिक्षक सम्मान से सम्मानित किये गए. जिनमे शिक्षक सन्दर्भ समूह की जिला समन्वयक कृष्णा साहू, संरक्षक एच पी कुर्मी ( पूर्व डीईओ गाडरवारा, पूर्व डीपीसी सागर), मनोज नेमा एवं संजय श्रीवास्तव, सह सन्वयक मनीष माथुर, मंजुलता राय के साथ नेतृत्व में गए सागर ब्लॉक से संध्या साहू, विजया मिश्रा, मंजूलता जैन, रजनी गौतम, प्रवेश राजपूत, दीपा अहिरवार, राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त सरोज प्रजापति, महेन्द्र कुमार लोधी, नमिता खरे, विजय सिंह गौड, कपिल नामदेव, राजेंद्र ठाकुर, शिवकुमार पाटकर, दिनेश सेन, अर्जुन पटेल, राजेश नेमा, हीरालाल सहेरिया सम्मानित हुए.