कोपेनहेगन, 25 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद सात्विक और चिराग की बैडमिंटन प्लेयर परुपल्ली कश्यप ने जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि इस सफलता के पीछे एक्स-फैक्टर सात्विक के स्मैश और नेट पर चिराग के कौशल का संयोजन रहा है।
भारत की स्टार युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, जिन्होंने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में पहला कांस्य पदक जीता था, ने डेनमार्क में चल रहे संस्करण के प्री-क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की जोड़ी लियो रौनी कार्नांदो और डेनियल मार्टिन पर 21-15, 19-21, 21-9 से जीत दर्ज की और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई ।
विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर पर मौजूद यह जोड़ी शुक्रवार शाम को होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में डेनमार्क के किम एस्ट्रुप और एंडर्स स्कारुप रासमुसेन से भिड़ेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या सात्विक और चिराग मौजूदा प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के दावेदार हैं, कश्यप ने जियोसिनेमा से कहा, “हां। पिछले साल से, यह मेरे दिमाग में था कि ये लोग जिस भी टूर्नामेंट में खेलेंगे, स्वर्ण पदक जीत सकते हैं। बात बस इतनी सी है क्लिक करना होगा। उन्हें बस एक अच्छा दिन बिताना है क्योंकि मुझे लगता है कि युगल मैच में अपनी रणनीति बनाने के मौके ज्यादा होते हैं।”
“युगल मैच में जोश से ज्यादा महत्वपूर्ण रणनीति है। उनके पास सात्विक के स्मैश और नेट पर चिराग के कौशल का एक्स-फैक्टर भी है। अगर भाग्य ने थोड़ा साथ दिया। तो, वो गोल्ड मेडल के दावेदार हैं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या कोई ऐसी जोड़ी है जो सात्विक और चिराग को चुनौती दे सकती है। तो कश्यप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अभी कोई ऐसी जोड़ी है जो मैच में उतरेगी और सोचेगी कि उनके पास चिराग और सात्विक पर आसानी से जीतने का मौका है।”
“केवल एक जोड़ी थी जिसके बारे में मैं सोच सकता था – मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक। लेकिन, उन्होंने उन्हें इंडोनेशिया ओपन के फाइनल में उन्हें भी हरा दिया और इससे चीजें बदल गईं। यह उनके लिए एक शानदार जीत थी।”
उस समय को याद करते हुए जब उन्होंने पहली बार सात्विक और चिराग को देखा था। कश्यप ने कहा, “मुझे स्पष्ट रूप से याद है, मैंने उनका जूनियर नेशनल फाइनल देखा था। चिराग अर्जुन के साथ पार्टनर के रूप में खेल रहा था और सात्विक, कृष्णा प्रसाद के साथ खेल रहा था। मुझे उन्हें देखना याद है और मुझे उस समय भी यही लगा था कि, ये लोग बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।
–आईएएनएस
एएमजे/आरआर
कोपेनहेगन, 25 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद सात्विक और चिराग की बैडमिंटन प्लेयर परुपल्ली कश्यप ने जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि इस सफलता के पीछे एक्स-फैक्टर सात्विक के स्मैश और नेट पर चिराग के कौशल का संयोजन रहा है।
भारत की स्टार युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, जिन्होंने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में पहला कांस्य पदक जीता था, ने डेनमार्क में चल रहे संस्करण के प्री-क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की जोड़ी लियो रौनी कार्नांदो और डेनियल मार्टिन पर 21-15, 19-21, 21-9 से जीत दर्ज की और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई ।
विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर पर मौजूद यह जोड़ी शुक्रवार शाम को होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में डेनमार्क के किम एस्ट्रुप और एंडर्स स्कारुप रासमुसेन से भिड़ेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या सात्विक और चिराग मौजूदा प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के दावेदार हैं, कश्यप ने जियोसिनेमा से कहा, “हां। पिछले साल से, यह मेरे दिमाग में था कि ये लोग जिस भी टूर्नामेंट में खेलेंगे, स्वर्ण पदक जीत सकते हैं। बात बस इतनी सी है क्लिक करना होगा। उन्हें बस एक अच्छा दिन बिताना है क्योंकि मुझे लगता है कि युगल मैच में अपनी रणनीति बनाने के मौके ज्यादा होते हैं।”
“युगल मैच में जोश से ज्यादा महत्वपूर्ण रणनीति है। उनके पास सात्विक के स्मैश और नेट पर चिराग के कौशल का एक्स-फैक्टर भी है। अगर भाग्य ने थोड़ा साथ दिया। तो, वो गोल्ड मेडल के दावेदार हैं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या कोई ऐसी जोड़ी है जो सात्विक और चिराग को चुनौती दे सकती है। तो कश्यप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अभी कोई ऐसी जोड़ी है जो मैच में उतरेगी और सोचेगी कि उनके पास चिराग और सात्विक पर आसानी से जीतने का मौका है।”
“केवल एक जोड़ी थी जिसके बारे में मैं सोच सकता था – मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक। लेकिन, उन्होंने उन्हें इंडोनेशिया ओपन के फाइनल में उन्हें भी हरा दिया और इससे चीजें बदल गईं। यह उनके लिए एक शानदार जीत थी।”
उस समय को याद करते हुए जब उन्होंने पहली बार सात्विक और चिराग को देखा था। कश्यप ने कहा, “मुझे स्पष्ट रूप से याद है, मैंने उनका जूनियर नेशनल फाइनल देखा था। चिराग अर्जुन के साथ पार्टनर के रूप में खेल रहा था और सात्विक, कृष्णा प्रसाद के साथ खेल रहा था। मुझे उन्हें देखना याद है और मुझे उस समय भी यही लगा था कि, ये लोग बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।
–आईएएनएस
एएमजे/आरआर