रामनगर, देशबन्धु. मानव जीवन मे लालच, लोभ का कोई पारबार न होने से लोगो को तरह-तरह से सायबर ठगी का शिकार होना पड़ता है. खासकर मोबाइल व आधार नम्बर से लिंक खातों में जंहा ऑन लाइन एप फोन पे, गूगल पे, पेटीएम आदि निजी माध्यमों द्वारा आम जनता की गाढ़ी कमाई उड़ाई जा रही है.
जिस पर न तो बैंक अपनी जिम्मेवारी लेता है और न ही एप कम्पनियां, वहीं सरकार व जिम्मेवार जबाबदार एजेंसियों का आरक्षित व संरक्षित अमला जन जागरूकता अभियान चलाकर हेल्पलाइन नम्बर जारी करके लोक सेवाओं का दायरा बढ़ा रहा है. कागजी व डिजिटल आवेदनों के चक्कर मे आम पीड़ित जंहा चकर घिन्नी बनकर सरकार व व्यवस्थाओं के बीच लुट पिटकर अपने काम धंधे में लग जाता है.
पिता के खाते से निकल गई रकम
एक युवक तुरंत लाभ व किस्मत बनाने के चक्कर मे अपने एंड्रॉइड मोबाइल में ड्रीम इलेवन सम्बन्धी एप डाउनलोड कर फैंटेसी गेम में टीम बनाकर 100,500 रुपये का बड़ा इनाम जीता, अपनी जीत की कमाई को भुनाने के लिए जिसे अपने पिताजी के एसबीआई अकाउंट को लिंक कर त्वरित भुगतान प्राप्त किया. ततपश्चात कुछ दिनों बाद पिताजी के उस खाते से 1088 रुपये की कि़स्त अन्य खाते में लगातार जाने लगी और लगातार कई महीनों तक जाती रही.
खाते से लिंक मोबाइल पर सन्देश भी आते रहे, पता करने पर बैक से जानकारी मिली की कोई लोन चल रहा है जिसकी मासिक कि़स्त कट रही है, जबकि पीड़ित ने कभी कोई लोन नहीं लिया, सम्बन्धित एसबीआई की बैंक शाखा से जब उक्त एकाउंट का स्टेटमेन्ट निकाला गया तो उसमें पता चला कि सैलरी के नाम पर कटौती करते हुए हर महीने 1088 के हिसाब से अब भी कटौती जारी है, हलांकि जानकारी मिलने पर खाता धारक ने बकाया शेष रकम निकाल ली,वहीं बैंक प्रबंधन भी कोई उचित जानकारी नही दे पा रहा कि बिना खाताधारक की जानकारी से कैसे उसकी राशि की कटौती हो गई.
पेट्रोल पंप के खाते में फ्राड
पेट्रोल पंप के एसबीआई बैंक खाता से पैसे निकल गए पेट्रोल पंप संचालक द्वारा खाता बन्द करा दिया गया. मगर बन्द खाते में पूर्व में सुरक्षित फोन पे के माध्यम से ग्राहक का हज़ारों रुपये चला गया. जानकारी लेने पर फोन पे उक्त खाते में पेमेंट की बात करता है,पेट्रोल पंप बन्द खाते में पैसे न पाने की बात कहता है.
बैंक शाखा से कोई जानकारी ही मिल पाती वहीं ग्राहक के बैंक खाते से रकम काट ली जाती है,मगर रुपये सही जगह नहीं पहुचते और ग्राहक को पेट्रोल पंप को नकद दुबारा भुगतान करना पड़ता है, इस पर स्थानीय एसबीआई बैंक शाखा द्वारा कोई न तो जानकारी दी जा रही और न ही कोई हल निकाला जा रहा.
इस सम्बन्ध में भारतीय मजदूर संघ के स्थानीय महामंत्री अशोक तिवारी ने लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि आज कल मोबाइल फोन ,धारक,मोबाइल उपयोग में विशेष सावधानी बरतें, महज सस्ते के चक्कर मे कोई ऐसी वैसी डिवाइस जो हमे कभी भी मुसीबत में डाल दे, बैंक खाते, नम्बर,पिन, साझा न करे.
किसी भी, अनजानी काल, अपरिचित नम्बर से संवाद करते समय अपनी व्यक्तिगत जानकारियां साझा न करें, विभिन्न मोबाइल एपो को डाउनलोड करते समय उसकी उपयोगिता,जानकारी सूचना पर गौर करे, ईमेल, व्हाट्सएप फेसबुक, या कोई भी अनजान, वेबसाइट, ऑन लाइन किसी भी आई हुई लिंक को टच न करें, साथ ही मोबाइल का उपयोग सीमित करते हुए वक्त व जरूरतों के हिसाब से करे तो कुछ हद तक बच सकते है. जनजागरूकता, मोनिटरिंग, कानूनी अंकुश, व कठोर कार्यवाही ही विकल्प के तौर पर अपनाई जा सकती है.