कोलकाता, 17 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को दावा किया कि उनके पास पर्याप्त दस्तावेज हैं, जो करोड़ों रुपये के सारदा चिटफंड घोटाले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की संलिप्तता को स्थापित कर सकते हैं। वह अगले तीन दिनों के भीतर इन सभी दस्तावेजों के साथ सीबीआई कार्यालय पहुंचेंगे।
अधिकारी ने विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं अगले तीन दिनों के भीतर सीबीआई के दो कार्यालयों में से एक में जाऊंगा – या तो कोलकाता में निज़ाम पैलेस में या साल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में और ममता बनर्जी की संलिप्तता (सारदा चिट फंड घोटाले में) स्थापित करने वाले सभी आवश्यक दस्तावेज़ केंद्रीय जांच एजेंसी के संयुक्त निदेशक को सौंप दूंगा।“
उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से की गई भर्तियों के साथ-साथ राज्य सरकार के उपक्रम डब्ल्यूईबीईएल (पश्चिम बंगाल इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग विकास निगम) में नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं और भ्रष्टाचार दिखाने वाले दस्तावेज हैं।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि सारदा चिटफंड घोटाले के संबंध में उन्हें कौन से दस्तावेज़ मिले हैं।
मामले में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने अधिकारी के खिलाफ जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं।
तृणमूल के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन के मुताबिक, शुभेंदु अधिकारी खुद सारदा चिटफंड घोटाले में आरोपी हैं।
उन्होंने कहा, “नारदा वीडियो घोटाले में उन्हें कैमरे पर नकद लेते देखा गया था। अपनी खाल बचाने के लिए उन्होंने अपनी राजनीतिक संबद्धता बदल ली, लेकिन लोगों को उन पर भरोसा नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ईमानदारी का पूरा देश सम्मान करता है। अधिकारी के आरोप निराधार हैं।”
–आईएएनएस
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