जबलपुर. ओमती थानांतर्गत पुराने बस स्टेंड पेट्रोल पम्प के समीप एक बंद पड़े भवन में एक सिक्योरिटी गार्ड ने विकास उर्फ विक्की पटेल नामक युवक की हत्या कर दी. हत्या के बाद लाश को भवन के अंदर ही पेट्रोल डालकर जला दिया. आग लगने की खबर पर पुलिस व दमकल वाहन पहुंच गए, देखा तो भवन के अंदर युवक की लाश जल रही थी. पुलिस ने मामले में दोनों आरोपी सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है, जिन पर विक्की पटेल की हत्या कर लाश को जलाने का आरोप हैं.
पुलिस के अनुसार पुराने बस स्टेंड पेट्रोल पम्प के समीप एक संपत्ति को बैंक ने सीज कर लिया है, यहां पर हेमराज सरिया निवासी डिंडोरी व ज्ञान सिंह ठाकुर निवासी बैतूल सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते है. भवन के पास ही नया मोहल्ला निवासी 35 वर्षीय विक्की उर्फ विकास पटेल पान का टपरा संचालित करता है. सिक्योरिटी गार्ड आरोपी ज्ञानसिंह व हेमराज से विक्की की पहचान हो गई, जिसके चलते विक्की दुकान बंद करने के बाद भवन के अंदर जाकर सिक्योरिटी गार्ड के साथ बैठकर शराब पीता था. शराबखोरी के दौरान विक्की हमेशा दोनों के साथ अपशब्दों का प्रयोग करता था.
इस बात को लेकर ज्ञानसिंह, हेमराज का विक्की से विवाद हो गया. जिसके चलते विक्की का भवन के अंदर आना बंद हो गया लेकिन दो-चार दिन बाद फिर से विक्की अंदर जाकर ज्ञानसिंह व हेमराज के साथ बैठकर शराब पीने लगा. नशे में विक्की फिर से दोनों के साथ गाली गलौज करने लगा, जिसके चलते दोनों ने मन बना लिया कि अब विक्की ने गाली गलौज की तो हत्या कर देगें. बीती रात 12 बजे के लगभग विक्की भवन के अंदर पहुंच गया, जहां पर सिक्योरिटी गार्ड ज्ञानसिंह व हेमराज पहले से बैठे शराब पी रहे थे.
विक्की पहुंचा तो वह भी साथ में बैठकर शराब पीने लगा, नशा होने के बाद विक्की ने जैसे ही गाली गलौज शुरु की तो दोनों ने लोहे की राड निकालकर विक्की पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद लाश को छिपाने के उद्देश्य से आरोपी सिक्योरिटी गार्ड ज्ञानसिंह व हेमराज ने भवन के अंदर ही पेट्रोल डालकर विक्की की लाश को जला दिया. देर रात तीन बजे के लगभग भवन के अंदर से आग की लपटें देख लोगों ने फायर बिग्रेड को खबर दी.
जिला बदर हो चुका हैं मृतक
पुलिस व फायर बिग्रेड वाहन पहुंच गए, पूछताछ करने पर सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि ठंड के कारण कचरा जला रहे है लेकिन आग से उठ रही मांस जलने की बदबू से संदेह हो गया. संदेह होने पर दोनों ने पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ के बाद सच बता दिया. पुलिस ने आग बुझाकर जले हुए शरीर के अवशेष को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल पहुंचा दिया.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतक विक्की उर्फ विकास पटेल अपराधिक प्रवृति का युवक था, जिसके खिलाफ मारपीट व अवैध वसूली के मामले थानों में दर्ज है. ओमती थाना का रिकार्ड होने के चलते उस पर जिला बदर की कार्रवाई भी की जा चुकी थी, वह थाना में हाजिरी लगाने भी जाता रहा. विक्की हत्या की खबर मिलते ही घर से बहन सहित अन्य परिजन भी पहुंच गए थे. जिन्होने विक्की की शिनाख्त की है.
अपमान का बदला लेने दिया वारदात को अंजाम
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक विकास पटेल उर्फ विक्की उन्हें लगभग हर रोज गालीगलौज कह कर अपमानित करता था, हर रोज अपमानित होने से ग्लानी से व्यथित होकर परेशान होकर भवन के अंदर दोनों सुरक्षा कर्मियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. उन्हें यकीन था कि वे शव को आग के हवाले कर देंगे और किसी को इसकी भनक नहीं लगेगी. बताते हैं उक्त भवन की सुरक्षा के लिए बैंक ने आरोपी हेमराज सरिया और ज्ञानी सिंह ठाकुर को तैनात किया था.
बैतूल और डिंडौरी के हैं आरोपी
ओमती थाना टीआई राजपाल बघेल ने बताया कि दोनों आरोपी बैतूल और डिंडौरी के रहने वाले हैं. हत्या की मुख्य वजह आपसी विवाद है. आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही मृतक ओमती थाना जिला बदर यानी कि एनएसए का भी आरोपी था, जो पुलिस थाने जाकर हाजिरी लगाता था. इस बीच, घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी खुद ओमती थाना पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया. प्रारंभिक पूछताछ में हत्या के पीछे आपसी विवाद की वजह सामने आई है. यह जघन्य घटना आपसी विवाद के गंभीर परिणामों को दर्शाती है. पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.