deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने कहा, मैं कर्नाटक चुनाव नहीं लड़ूंगा

by
April 1, 2023
in राष्ट्रीय
0
सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने कहा, मैं कर्नाटक चुनाव नहीं लड़ूंगा
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

READ ALSO

केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना को गंभीरता से ले केंद्र सरकार : तृणमूल नेता कुणाल घोष

सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती, गैस्ट्रो विभाग में चल रहा इलाज

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

ADVERTISEMENT

मांड्या (कर्नाटक), 1 अप्रैल (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वरुण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक यतींद्र ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन, इस बार सिद्धारमैया वरुणा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि यतींद्र किस सीट से चुनाव लड़ेंगे।

यतींद्र ने समझाया, मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने जनवरी से अपने पिता सिद्धारमैया के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है। वरुणा निर्वाचन क्षेत्र किसी व्यक्ति का नहीं है। मैंने अपने पिता के लिए अपनी सीट का त्याग नहीं किया है। मतदाता निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं।

यह मेरे पिता का आखिरी चुनाव है और वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें। यतींद्र ने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने विनम्र और पारस्परिक व्यवहार के लिए निर्वाचन क्षेत्र में अपने लिए एक अच्छा नाम कमाया है। यतींद्र पेशे से डॉक्टर हैं।

सूत्रों ने बताया कि, चूंकि सिद्धारमैया राज्य भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होंगे, इसलिए उनके बेटे ने वरुण निर्वाचन क्षेत्र से उनकी जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाली।

सूत्रों का कहना है कि सिद्धारमैया ने 2018 में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से उन्हें बाहर करने के लिए कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से जी. परमेश्वर की हार सुनिश्चित की थी। इसी तरह, सिद्धारमैया ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार पर कड़ा रुख अपनाया था और उन्हें लंबे समय तक कैबिनेट में शामिल नहीं किया था। इन दिनों वह उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ कर रहे हैं।

विभिन्न फेक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, सिद्धारमैया की टीम कोई जोखिम नहीं ले रही है और उनके लिए सुरक्षित सीट का चयन कर रही है। हालांकि राजनीतिक हलकों का कहना है कि वरुणा विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

Related Posts

राष्ट्रीय

केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना को गंभीरता से ले केंद्र सरकार : तृणमूल नेता कुणाल घोष

June 15, 2025
राष्ट्रीय

सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती, गैस्ट्रो विभाग में चल रहा इलाज

June 15, 2025
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल का सीएम रेखा गुप्ता को पत्र, ‘दिल्ली डिजिटल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना का प्रस्ताव
राष्ट्रीय

भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल का सीएम रेखा गुप्ता को पत्र, ‘दिल्ली डिजिटल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना का प्रस्ताव

June 15, 2025
पुणे में पुल ढहने से चार लोग डूबे, लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी (लीड-1)
राष्ट्रीय

पुणे में पुल ढहने से चार लोग डूबे, लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी (लीड-1)

June 15, 2025
उत्तर प्रदेश : प्रयागराज में अनियमित बिजली कटौती ने गर्मी में लोगों की परेशानी बढ़ाई
राष्ट्रीय

उत्तर प्रदेश : प्रयागराज में अनियमित बिजली कटौती ने गर्मी में लोगों की परेशानी बढ़ाई

June 15, 2025
राष्ट्रीय

‘विकसित भारत, विकसित दिल्ली’ के लिए हम दिन-रात काम कर रहे : कुलजीत चहल

June 15, 2025
Next Post
नशे में धुत बुजुर्ग ने बैंकॉक-मुंबई फ्लाइट में इंडिगो की होस्टेस से की छेड़छाड़, गिरफ्तार (लीड-1)

नशे में धुत बुजुर्ग ने बैंकॉक-मुंबई फ्लाइट में इंडिगो की होस्टेस से की छेड़छाड़, गिरफ्तार (लीड-1)

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084574
Total views : 5893902
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In