नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टार्टअप डे पर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे युवा उद्यमी निरंजन ओवल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, किदिल में अगर कुछ करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। सिमफोर्स इंजीनियरिंग के स्टार्टअप से पहले वह एक छात्र थे और उनकी जेब में सिर्फ 350 रुपए थे। आपको बता दें कि निरंजन ओवल की सिम्फोर्ज इंजीनियरिंग नकली कार रेसिंग उत्पादों को सस्ती दरों पर बनाती है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेल में प्रवेश कर सके।
गौरतलब है कि जब 23 और 24 अक्टूबर को मोनाको में पहली बार सिम रेसिंग विश्व कप आयोजित किया गया था। तो टीम इंडिया में दो होनहार ड्राइवर मुहम्मद इब्राहिम और डेव्लिश सिंह शामिल थे। सिम रेसिंग या सिम्युलेटेड कार रेसिंग भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है और आमतौर पर मॉल के अंदर गेम पार्लर में खेली जाती है। स्टार्टअप सिमफोर्ज इंजीनियरिंग के पुणे स्थित संस्थापक निरंजन ओवल के अनुसार यदि सिम रेसिंग उपकरण अधिक किफायती होते तो देश में अधिक ड्राइवर होते। ओवल का स्टार्टअप यही कर रहा है। अधिक लोगों को खेल में प्रवेश दिलाने के प्रयास में सिमफोर्ज सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाले सिम रेसिंग उत्पाद बनाती है।
इस साल की शुरूआत में, ओवल ने यूथ बिजनेस इंटरनेशनल (वाईबीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल यूथ एंटरप्रेन्योरशिप समिट में कोविड रेजिलिएंस अवार्ड जीता जो दुनिया भर में 18 से 35 वर्ष के बीच के लोगों को व्यवसाय शुरू करने और संचालित करने में सहायता करता है। वाई बीआई की वेबसाइट के अनुसार, सिम फोर्स ने न केवल महामारी के संघर्ष को दूर किया बल्कि इसे एक अवसर में बदल दिया।
आगे ओवल ने बताया कि हम ग्राहकों का विश्वास हासिल करने में सफल रहे हैं। जिसमें आम लोग भी शामिल हैं और यही वजह है कि पिछले दो सालों में हमारे पास मोटर स्पोर्ट्स के प्रशंसकों की बड़ी संख्या है। पुणे के एक मॉल में 10 मिनट के लिए सिम रेसिंग करने पर उन्हें 500 रुपये खर्च करने पड़े। निरंजन ने यह महसूस करने के बाद रेसिंग के लिए एक कम लागत वाला सिम्युलेटर बनाने का फैसला किया था।
अंत में निरंजन ओवल ने बताया कि 1 लाख 50 हजार से स्टार्टअप शुरू करने के बाद आज मेरा स्टार्टअप सिमफोर्स इंजीनियरिंग कंपनी में बदल गया है। और आज हमारा बहुत बड़ा टर्नओवर है।