नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता कर दिल्ली की केजरीवाल सरकार से नई शराब नीति पर आठ सवाल किए। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान कि शराब नीति में घोटाला नाम की कोई चीज नहीं है, पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अगर शराब नीति इतनी ही पारदर्शी थी। दिल्ली के राजस्व के लिए बेहतर थी तो उसे वापस क्यों लिया गया।
भाजपा नेताओं ने केजरीवाल सरकार से सवाल करते हुए कहा-
अगर दिल्ली में शराब घोटाला नहीं हुआ तो सीबीआई की जांच शुरू होते ही केजरीवाल सरकार को शराब नीति रातों रात वापस क्यों की गई? शराब घोटाले में विजय नैयार की गिरफ्तारी के बाद मुख्य मंत्री ने उन्हे निर्दोष बता कर कहा था की यह गिरफ्तारी हमारा गुजरात चुनाव प्रचार बाधित करने को की गई है, अगर विजय नायर शराब घोटाले में दोषी नहीं है तो उसकी बार-बार कोशिश के बाद भी उन्हे न्यायालय से जमानत क्यों नही मिल रही ?
मनीष सिसोदिया यह बताएं कि अरुण पिल्लई, समीर महेन्द्रू जैसे अनेक नामों से उनका क्या संबंध है और वह उनसे मोबाइल पर नियमित सम्पर्क में रहते थे या नहीं, केजरीवाल सरकार ने अनाधिकृत कॉलोनियों एवं रिहायशी क्षेत्रों में शराब के ठेके खोलने की अनुमति क्यों दी।
केजरीवाल बताएं कि आखिर ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों को लाइसेंस क्यों दिए गए और कमीशन को 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी क्यों किया गया ? नई शराब नीति से दिल्ली सरकार की आय बढ़ने का दावा करने के बावजूद आखिर 3000 करोड़ रुपये का घाटा क्यों हो गया जबकि शराब की बिक्री बढ़ी लेकिन राजस्व आय कैसे कम हो गई?
शराब डीलरों का 30 करोड़ रुपये का सिक्योरिटी डिपोजिट क्यों वापस किया गया और साथ ही शराब के ठेकेदारों को 144 करोड़ रुपये क्यों माफ किए गए? ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े 74 करोड़ रुपये सील किए हैं, तो केजरीवाल बताए कि अगर कोई घोटाला नहीं हुआ तो उस जब्त संपति के बारे में ईडी से सवाल क्यों नहीं करते हैं ?
आगे वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्लीवालों के वापस हुई शराब नीति पर इन मौलिक 8 सवालों का जवाब दें और खासकर मनीष सिसोदिया बतायें की शराब नीति लाने से वापस होने के बीच उन्होने बार बार मोबाइल फोन क्यों बदले।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि खुद शराब के ठेकेदार जिनको केजरीवाल ने लाइसेंस फीस 2 से 12 प्रतिशत करके दी सीबीआई को बता रहे हैं की उनसे आम आदमी पार्टी को 6 प्रतिशत कमीशन हिस्सा दान मे दिलवाया गया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार जिस नई शराब नीति में घोटाला ना होने का दावा कर रहे हैं उसमें 6000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है जिसकी सीबीआई जांच कर रही है और बहुत जल्द ही सच सबके सामने होगा।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि अगर केजरीवाल को लगता है कि नई शराब नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है तो वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले ही नई शराब नीति के तार तेलांगना से जुड़ने का दावा किया था। और वह सच साबित हुआ जब तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी और एम.एल.सी. सुश्री के. कविता को सीबीआई ने बुलाकर पूछताछ की और अब उनके सी.ए. को गिरफ्तार भी कर लिया।
–आईएएनएस
एमजीएच/एएनएम