लखनऊ, 16 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2021 में ‘एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस’ शुरुआत की थी। इसके बाद से अब तक इससे 3,50,000 से अधिक रोगियों की मदद करते हुए उनको अस्पताल पहुंचाया गया और रास्ते में उनका जीवन रक्षक देखभाल और उपचार प्रदान किया गया।
समय पर चिकित्सा पहुंचाने से लाखों लोगों की जान बच सकती है और दुनिया भर के डॉक्टर त्वरित आपातकालीन देखभाल के महत्व पर जोर देने के जवाब में, योगी सरकार ने 2021 में एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी, जिससे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा देखभाल तक पहुंचने में बेहतरीन सुधार हुआ।
सीएम योगी की यह पहल गंभीर रूप से बीमार रोगियों, श्वसन संबंधी बीमारियों वाले लोगों और दुर्घटना पीड़ितों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद रही है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. पिंकी जोवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में पदभार संभालते ही राज्य की बीमार स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
उन्होंने कहा, “इन प्रयासों के परिणाम आज स्पष्ट है। इन पहलों के अनुरूप, सीएम योगी ने अगस्त 2021 में एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस सेवा शुरू की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छोटे जिलों और दूरदराज के क्षेत्रों में गंभीर रूप से बीमार, श्वसन रोगियों और दुर्घटना पीड़ितों को गोल्डन ऑवर के दौरान प्रमुख संस्थानों में स्थानांतरित करके समय पर उपचार मिले।”
पिंकी जोवाल ने आगे कहा, वर्तमान में, राज्य में 250 एएलएस एम्बुलेंस चल रही हैं, जो गंभीर रूप से बीमार रोगियों को एसजीपीजीआई, एम्स, केजीएमयू और लोहिया संस्थान जैसे प्रमुख अस्पतालों में पहुंचाती हैं। पिछले तीन वर्षों में 3,60,584 रोगियों को उचित उपचार के लिए सही समय के अंदर इन संस्थानों में भेजा गया है।
उन्होंने बताया, एएलएस एम्बुलेंस सेवा ने विभिन्न श्रेणियों के रोगियों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है, जिसमें वाहन दुर्घटनाओं के 63,448 गंभीर पीड़ित, 17,218 गर्भवती महिलाएं और 71,238 श्वसन रोगी शामिल हैं। इनके अलावा, इस सेवा ने वन्यजीव संघर्ष, विषैले जानवरों के काटने और अन्य आपात स्थितियों से प्रभावित व्यक्तियों को भी मदद पहुंचाई है।
108 और 102 एम्बुलेंस सेवाएं रोगियों को निःशुल्क परिवहन प्रदान करती हैं, इन सेवाओं के माध्यम से प्रतिदिन बड़ी संख्या में रोगियों की सेवा की जाती है।
–आईएएनएस
एससीएच/जीकेटी