मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
–आईएएनएस
एसकेपी
मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
–आईएएनएस
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
–आईएएनएस
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
–आईएएनएस
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुंबई, 11 मई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को कठोर टिप्पणियों वाले फैसले के तुरंत बाद सत्तारूढ़ शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली शिवसेना के व्हिप भरत गोगावले ने कहा कि वह टिप्पणी करने से पहले सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला पढ़ेंगे।
गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे गुट (भारत गोगावले) का व्हिप भी अवैध है।
राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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गोगावले ने अपने स्टेटस के बारे में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्हिप के रूप में उनकी नियुक्ति का केवल अवलोकन किया है, कोई निर्णय नहीं दिया है।
इससे पहले, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पार्टी व्हिप के रूप में सुनील प्रभु पर इसके अनुमोदन की मुहर का स्वागत किया।
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राउत ने मांग की कि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान अवैध शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
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