नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को उद्योग से नवीकरणीय ऊर्जा और रेयर अर्थ के मामले में मानक तय करने का आग्रह किया।
उन्होंने उद्योग निकाय फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उद्योग किसी भी नीति-निर्माण के लिए सबसे आगे है। इस तरह के आदान-प्रदान के माध्यम से ही नीतियों को उत्तरदायी बनाया जा सकता है। उद्योग को मौजूदा गतिशील तस्वीर के साथ आना होगा। उद्योग यह निर्धारित करेगा कि भारत हरित हाइड्रोजन मिशन पर कैसे आगे बढ़ता है। यह जरूरी नहीं है कि सरकार प्रमुख प्रेरक हो। सरकार ने एक मानदंड निर्धारित किया है कि हमें कैसे आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि उद्योग को अपनी क्षमता को उजागर करना चाहिए और इसे नियमित आधार पर सरकार के साथ साझा करना चाहिए, जिससे सरकार द्वारा नीतिगत हस्तक्षेप की सुविधा मिलेगी।
वित्तमंत्री ने कहा, मैं चाहूंगा कि नवीकरणीय ऊर्जा, दुर्लभ पृथ्वी सामग्री, उपयोग करने योग्य प्रौद्योगिकियों के प्रति इन सभी के रूपांतरण में नवीनतम सीमाओं के संबंध में उद्योग प्रमुख प्रेरक बने।
सीतारमण ने उद्योग जगत से सूक्ष्म-लघु और मध्यम उद्यमों या एमएसएमई सेक्टर को अनुबंध अवधि के भीतर भुगतान की सुविधा देने का आग्रह किया।
–आईएएनएस
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