तिरुवनंतपुरम, 13 मई (आईएएनएस)। सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के दोनों प्रमुख सहयोगियों – सीपीआई और केसी (मणि) ने सोमवार को वाम दलों की दो राज्यसभा सीटों में से एक के लिए अपनी मांग दोहराई।
1 जुलाई को केरल से उच्च सदन के लिए तीन सदस्य सेवानिवृत्त होने वाले हैं और अब समस्या यह है कि सेवानिवृत्त होने वाले सभी सदस्य वाम दलों के हैं। नए नामांकितों में वाम दलों के दो सदस्य जीतेंगे, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को एक सीट जीतने का भरोसा है।
सीपीआई दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी है और मौजूदा राज्यसभा सदस्य बिनॉय विश्वम ने सोमवार को मीडिया को बताया कि सीपीआई के पास जो सीट है, वह उसे फिर मिलेगी। उनका उच्च सदन में कार्यकाल खत्म हो रहा है और वह अपनी पार्टी के राज्य सचिव भी हैं।
केसी (मणि) तीसरी सबसे बड़ी सहयोगी है जो अपनी पार्टी में विभाजन के बाद 2020 में एलडीएफ में शामिल हो गई।
सोमवार को कोट्टायम में केसी (मणि) की एक विशेष बैठक पार्टी अध्यक्ष जोस के. मणि की अध्यक्षता में हुई, जिनका कार्यकाल 1 जुलाई को खत्म हो रहा है। पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे उचित मंच पर अपनी मांग उठाएंगे।
मणि ने कहा, “हम यह बताना चाहते हैं कि कोई भी यह नहीं भूलेगा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ वाममोर्चा ने इतिहास में पहली बार अपनी हैसियत बरकरार रखी और यह हमारी पार्टी के प्रयासों के कारण हुआ। हम राज्यसभा सीट लेकर आए हैं और हमें इस पर सार्वजनिक रूप से बहस करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसके बजाय हम इसे उचित मंच पर उठाएंगे।”
तीनों सीटों पर चुनाव की अधिसूचना अब किसी भी समय जारी होने की उम्मीद है।
इस मुद्दे पर अब एलडीएफ की अगली बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
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