तिरुवनंतपुरम, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। माकपा की केरल इकाई द्वारा पार्टी वरिष्ठ नेता 87 वर्षीय पी.के.गुरुदासन के लिए घर बनाने की आलोचना हो रही है।
गौरतलब है कि गुरुदासन दो बार के विधायक हैं। 2006-11 के दौरान वीएस अच्युतानंदन कैबिनेट में वह आबकारी मंत्री थे। वह एक बेहद लोकप्रिय ट्रेड यूनियन नेता हैं और दो दशक से भी अधिक समय तक कोल्लम इकाई के मामलों के शीर्ष पर रहे।
बाद में उन्होंने सक्रिय दलगत राजनीति छोड़ दी। उनका अपना कोई घर नहीं था और 10 साल विधायक और मंत्री रहने के बावजूद किराए के मकान में रहते थे।
पार्टी द्वारा गुरुदासन के लिए उनकी पत्नी की जमीन पर लगभग 33 लाख रुपये की लागत से घर बनाने की खबर वायरल हो गई।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को छोड़कर सीपीआई (एम) के शीर्ष नेताओं ने हाउस-वामिर्ंग पार्टी में भाग लिया।
लेकिन परेशानी तब शुरू हुई, जब इसकी खबर एक प्रमुख स्थानीय दैनिक में आई, जिसमें उनके चार बच्चों का भी जि़क्र था।
उनकी एक बेटी राज्य सरकार की कर्मचारी है, दो अन्य एक बैंक में काम करती हैं और उनका बेटा न्यूयॉर्क में रहता है।
सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है कि गुरुदासन के एक दशक तक विधायक रहने के कारण उनको 20 हजार रुपये से अधिक की पेंशन मिलने के अलावा मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल और मुफ्त परिवहन की सुविधा है। उनके बच्चे सुव्यवस्थित हैं, ऐसे में पार्टी के लिए उनके घर पर पैसा खर्च करना सही है।
–आईएएनएस
सीबीटी