हैदराबाद, 10 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कडप्पा के सांसद वाई.एस. अविनाश रेड्डी से उनके चाचा और आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में शनिवार को सात घंटे पूछताछ की।
अविनाश रेड्डी को हाल ही में सीबीआई द्वारा मामले में आठवें आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। तेलंगाना उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें अग्रिम जमानत देते समय निर्धारित शर्तो के अनुरूप वह हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय में केंद्रीय एजेंसी के समक्ष पेश हुए।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के सांसद से सीबीआई इस मामले में पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी है।
अविनाश रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के चचेरे भाई हैं। सीबीआई ने 3 जून को उन्हें गिरफ्तार किया था लेकिन तेलंगाना उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार उन्हें तुरंत जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
अविनाश रेड्डी की गिरफ्तारी की जानकारी 8 जून को सामने आई थी।
उन्हें तब गिरफ्तार किया गया था जब वह 3 जून को एजेंसी के सामने पेश हुए थे।
उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसी दिन उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
तेलंगाना उच्च न्यायालय ने 31 मई को अग्रिम जमानत देते हुए फैसला सुनाया था कि सीबीआई द्वारा याचिकाकर्ता की गिरफ्तारी की स्थिति में उन्हें पांच लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की दो जमानत पर रिहा किया जाएगा।
जज ने अविनाश रेड्डी को जांच में सहयोग करने और जून 2023 के अंत तक हर शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक तथा नियमित रूप से जब कभी भी जांच की आवश्यकता हो, सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
सीबीआई ने 8 जून को विशेष अदालत को बताया कि उसने अविनाश रेड्डी को मामले में आठवें आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया है।
सीबीआई ने अविनाश रेड्डी के पिता वाई.एस. भास्कर रेड्डी की जमानत याचिका का विरोध करते हुए अदालत में दायर अपने जवाबी हलफनामे में यह खुलासा किया।
यह पहली बार है जब सीबीआई ने मामले में अविनाश रेड्डी को आरोपी बनाया है। इससे पहले केंद्रीय एजेंसी ने सांसद को गवाह बताया था।
पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के भाई और जगन मोहन रेड्डी के चाचा विवेकानंद रेड्डी की चुनाव से कुछ सप्ताह पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी।
सीबीआई ने अदालत को यह भी बताया कि सबूत मिटाने में अविनाश रेड्डी और उनके पिता की भूमिका थी। यह भी दावा किया कि वे गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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