deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

सीमा विवाद : कर्नाटक के बीजेपी सांसद आज कर सकते हैं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात

by
December 12, 2022
in ताज़ा समाचार
0
सीमा विवाद : कर्नाटक के बीजेपी सांसद आज कर सकते हैं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

READ ALSO

छत्तीसगढ़ : जीएसटी में सुधार से निर्यात के क्षेत्र को भी होगा लाभ : विजय शर्मा

डिवाइन और डिजिटल पावर के बीच संतुलन बनाना जरूरी: मुख्तार अब्बास नकवी

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

ADVERTISEMENT

बेंगलुरू, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। राज्य के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है, ताकि उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा सके।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के सांसदों से शाह से मिलने और तथ्य पेश करने को कहा था। महाराष्ट्र के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री से मिलने के बाद यह कॉल किया गया था।

शाह ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का वादा किया था। आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद में हस्तक्षेप के लिए राजी हुआ है।

सांसदों का संसद भवन में शाह से मिलने का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए सुबह या दोपहर तक समय मिल जाएगा।

केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी इस संबंध में शाह के साथ समन्वय कर रहे हैं और राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री भी कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र राज्य द्वारा उठाई गई शिकायत का विस्तृत स्पष्टीकरण देगा। प्रतिनिधिमंडल ने अदालती कार्यवाही और महाजन आयोग की रिपोर्ट के विवरण के साथ एक सबमिशन तैयार किया है।

महाराष्ट्र बेलगावी शहर और कर्नाटक के पांच जिलों के 865 गांवों पर दावा कर रहा है। मामला शीर्ष अदालत के समक्ष है और मामला जल्द ही अदालत के समक्ष आने की संभावना है। कर्नाटक महाराष्ट्र द्वारा याचिका की विचारणीयता पर सवाल उठा रहा है और कह रहा है कि राज्य की सीमाओं से संबंधित मुद्दों से निपटने का अधिकार केवल संसद के पास है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त की थी कि महाराष्ट्र के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल से अमित शाह को बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, इस प्रकार महाराष्ट्र के राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

–आईएएनएस

एचएमए

Related Posts

ताज़ा समाचार

छत्तीसगढ़ : जीएसटी में सुधार से निर्यात के क्षेत्र को भी होगा लाभ : विजय शर्मा

September 11, 2025
ताज़ा समाचार

डिवाइन और डिजिटल पावर के बीच संतुलन बनाना जरूरी: मुख्तार अब्बास नकवी

September 11, 2025
ताज़ा समाचार

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी में देखी गंगा आरती

September 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारत दुनिया में हमारे राष्ट्र के सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है: ट्रंप के दूत सर्जियो गोर

September 11, 2025
ताज़ा समाचार

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को धमकी देने वाला मेडिकल छात्र यूपी के सारनाथ से गिरफ्तार

September 11, 2025
ताज़ा समाचार

‘मिराई’ फिल्म रिव्यू: दमदार कहानी, शानदार वीएफएक्स और तेजा सज्जा की प्रतिभा ने ‘मिराई’ को बनाया विजेता

September 11, 2025
Next Post
अवैध रुप से सब्जी व फल विक्रेताओं से रंगदारी वसूली करते हुए फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

अवैध रुप से सब्जी व फल विक्रेताओं से रंगदारी वसूली करते हुए फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

098195
Total views : 5972815
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In