नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)। देश में इस वर्ष लगभग 200 से अधिक विश्वविद्यालय कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी के जरिए एडमिशन की प्रक्रिया अपना सकते हैं। यही कारण है कि देश भर से लाखों की तादात में छात्र सीयूईटी यूजी के लिए अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। यूजीसी के मुताबिक सीयूईटी-यूजी के लिए अब तक 11.70 लाख से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं।
पिछले साल 14.9 लाख से अधिक छात्रों ने सीयूईटी यूजी प्रक्रिया के लिए अपना पंजीकरण करवाया था। यूजीसी के मुताबिक इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले अधिक छात्र इस प्रक्रिया का हिस्सा बनने जा रहे हैं। गौरतलब है कि सीयूईटी यूजी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च थी जिसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बढ़ाकर 30 मार्च कर दिया है।
इन परीक्षाओं को लेकर इस वर्ष एक और नई शुरूआत की गई है जिसके अंतर्गत कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी तीन अलग अलग पालियों में आयोजित किया जा रहा है। यूजीसी के मुताबिक देशभर में परीक्षा केंद्रों की पहचान की जा रही है। इन परीक्षा केंद्रों में कंप्यूटर, बैंडविड्थ और तकनीकी कर्मियों सहित उपलब्ध बुनियादी ढांचे को जांचा जा रहा है ताकि इस वर्ष सीयूईटी की परीक्षा के दौरान तकनीकी खामियां न आए।
गौरतलब है कि जल्द ही विश्व के कई देशों में भारतीय विश्वविद्यालयों के कैंपस खोले जा सकते हैं। यूजीसी के मुताबिक इसकी तैयारी आखिरी चरण में है। फिलहाल इसको लेकर यूजीसी द्वारा नियम जारी नहीं किए गए हैं। विश्वविद्यालयों को विदेशों में कैंपस खोलने से पहले नए नियमों का इंतजार है। यूजीसी का कहना है कि नियम जारी करने से पहले हितधारकों से साझा किए जाएंगे, ताकि उनके सुझाव को ध्यान में रखते हुए उसे फाइनल किया जा सके।
अप्रैल-मई में इन नियमों को जारी किया जाएगा। विश्वविद्यालयों की योजना है कि शुरूआत में अफ्रीका, खाड़ी देश, थाईलैंड और वियतनाम में अपने कैंपस स्थापित करने की है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विदेशों में स्थापित किए जाने वाले कैंपस में भी दाखिलें सीयूईटी के माध्यम से दिए जाएंगे या फिर इसके लिए कोई अन्य प्रक्रिया होगी।
बीते वर्ष यह परीक्षा पहली बार आयोजित की गई थी। 14.9 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए अपना पंजीकरण कराया था। 450 केंद्रों में 5 सप्ताह में परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं इस वर्ष इस परीक्षा में पहले से भी अधिक यानी कि 15 लाख से भी ज्यादा छात्रों के शामिल होने का अनुमान है। यही कारण है कि परीक्षा आयोजित करवाने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस वर्ष परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी से भी अधिक, लगभग 1000 कर दी है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का अनुमान है कि बेहद उदार प्रक्रिया होने के कारण इस वर्ष लगभग 200 से अधिक विश्वविद्यालय सीयूईटी स्कोर के आधार पर अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले देंगे। बीते वर्ष कुल मिलाकर 89 विश्वविद्यालयों ने सीयूईटी को लागू किया था।
–आईएएनएस
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