deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

सीरिया : एचटीएस लीडर की संयुक्त राष्ट्र के दूत से मुलाकात, देश में राजनीतिक परिवर्तन पर की चर्चा

by
December 16, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

READ ALSO

पहलगाम, पुंछ का दौरा करने वाले राहुल गांधी एकमात्र राष्ट्रीय नेता : पवन खेड़ा

उत्तर प्रदेश : हड़ताल की तैयारी कर रहे बिजलीकर्मियों को नोटिस, आपूर्ति बाधित होने पर होगी कार्रवाई

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

दमिश्क, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने दमिश्क में सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन के साथ बैठक की। स्थानीय अल-वतन ऑनलाइन समाचार आउटलेट के एक बयान के मुताबिक दोनों के बीच राजनीतिक परिवर्तन पर चर्चा हुई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-शरा ने कहा कि सीरिया के राजनीतिक परिवर्तन के संबंध में 2015 में अपनाए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 को अब देश की वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक अपडेट करने की जरुरत है। उन्होंने सीरिया के नए नेतृत्व और उभरती परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाते हुए एक ‘नया नजरिया’ अपनाने की अपील की।

अल-शरा को अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से भी जाना जाता है।

बैठक के दौरान, अल-शरा ने सीरियाई नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने, देश की क्षेत्रीय एकता को बहाल करने, पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास का रास्ता बनाने क लिए ‘तेज और प्रभावी’ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

एचटीएस नेता ने शरणार्थियों की वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘बड़ी सावधानी’ के साथ काम किया जा रहा है और विशेष टीमों इसकी निगरानी कर रही हैं।

वहीं, पेडरसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देश में तेजी से विकसित हो रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है और पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को हटाए जाने के बाद राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।

इससे पहले पहले दमिश्क में पत्रकारों से बात करते हुए, पेडरसन ने इस बात पर जोर दिया की सीरियाई राज्य संस्थाओं को सुरक्षित माहौल में अपना कामकाज फिर से शुरू करना चाहिए।

यूएन दूत ने कहा, “हम सीरियाई लोगों के सभी वर्गों के साथ काम कर रहे हैं…और हम बदले की कार्रवाई नहीं देखना चाहते। इसके बजाय, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संस्थाएं जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ काम पर लौट आएं।”

बता दें विद्रोही गुटों ने 8 दिसंबर को सीरियाई राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद राष्ट्रपति असद के देश छोड़ कर भाग गए। 59 वर्षीय बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी।

–आईएएनएस

एमके/

Related Posts

ताज़ा समाचार

पहलगाम, पुंछ का दौरा करने वाले राहुल गांधी एकमात्र राष्ट्रीय नेता : पवन खेड़ा

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

उत्तर प्रदेश : हड़ताल की तैयारी कर रहे बिजलीकर्मियों को नोटिस, आपूर्ति बाधित होने पर होगी कार्रवाई

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

नीति आयोग की बैठक के बाद सीएम धामी सक्रिय, मुख्य सचिव को दिए जरूरी दिशा-निर्देश

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

भारत-पाक संघर्ष विराम के बाद सुचेतगढ़ बॉर्डर पर हालात सामान्य, पटरी पर लौट रहा जनजीवन 

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने नीति आयोग की बैठक में जल एवं ऊर्जा सुरक्षा पर केंद्र से और अधिक सहयोग मांगा

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

आईपीएल 2025 : मुस्तफिजुर की शानदार गेंदबाजी, दिल्ली कैपिटल्स ने पंजाब किंग्स को छह विकेट से हराया

May 25, 2025
Next Post

साउथेम्प्टन ने मैनेजर रसेल मार्टिन को बर्खास्त किया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

तृणमूल नेता साकेत गोखले के खिलाफ मामले में राहुल गांधी के सहयोगी से पूछताछ

तृणमूल नेता साकेत गोखले के खिलाफ मामले में राहुल गांधी के सहयोगी से पूछताछ

February 4, 2023

कौन हैं जीशान सिद्दीकी जो बांद्रा पूर्व से दूसरी बार लड़ेंगे विधानसभा का चुनाव

October 25, 2024

ऑस्ट्रेलियाई सरकार की ट्रेवल एडवाइजरी – ‘छोड़ दें इजरायल’

October 15, 2024
फोर्ब्स की 2023 के अरबपतियों की सूची में मुकेश अंबानी दुनिया में 9वें स्थान पर, फिर बने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति

फोर्ब्स की 2023 के अरबपतियों की सूची में मुकेश अंबानी दुनिया में 9वें स्थान पर, फिर बने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति

April 4, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082429
Total views : 5880290
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In