फतेहगढ़ साहिब, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। अकाल तख्त साहिब के सिंह साहिबान की ओर से सुखबीर सिंह बादल और अन्य नेताओं को सुनाई गई धर्मिक सजा के मद्देनजर रविवार को हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, बलविंदर सिंह भूंदड़, गुलजार सिंह रणीके, सुचा सिंह लंगाह, डॉ. दलजीत सिंह और अन्य नेता गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब सेवा करने पहुंचे।
सुखबीर सिंह बादल गले में तख्ती पहन कर सेवादारों वाला चोला पहन और हाथ में बरछा लेकर गुरुद्वारा साहिब के मुख्य गेट पर पहरा दे रहे थे, जबकि अन्य नेता उनके साथ थे।
इससे पहले सभी नेता अमृतसर साहिब और आनंदपुर साहिब में भी सेवा निभा चुके हैं। अब मुक्तसर साहिब और तलवंडी साबो में अपनी सेवा निभाएंगे।
उल्लेखनीय है कि सुखबीर सिंह बादल को साल 2007 से 2017 तक सत्ता में रहने के दौरान धार्मिक गलतियों के आरोप में सजा सुनाई गई है।
उन पर आरोप है कि उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलवाने में मदद की थी। उन्होंने राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस लेने में अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया था।
इसके अलावा, उन पर पंथ के साथ गद्दारी करने का भी आरोप है।
अकाल तख्त की तरफ से जब सिख समुदाय से जुड़े किसी शख्स को सजा सुनाई जाती है, तो उसे वह माननी पड़ती है।
पिछले दिनों सुखबीर सिंह बादल पर पंजाब के अमृतसर में हमला किया गया था। उन पर गोली चलाई गई थी। लेकिन, वह बाल-बाल बच गए थे।
सुखबीर सिंह बादल पर स्वर्ण मंदिर के गेट पर फायरिंग की गई थी। पुलिस ने हमलावर के पास से पिस्टल भी बरामद की थी। आरोपी का नाम नारायण सिंह चौरा था। वह भी खालसा दल से ही जुड़ा हुआ था।
उन पर यह हमला 4 दिसंबर को हुआ था। उस समय सुखबीर सिंह बादल सेवादार की भूमिका में मेन गेट पर तैनात थे। गेट पर दूसरी तरफ सुखदेव सिंह ढींडसा भी थे। दरबार साहिब में गोली चलने की आवाज से संगत भी घबरा गए थे।
–आईएएनएस
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