तेल अवीव, 2 जनवरी (आईएएनएस)। अपनी तरह के पहले मामले में 7 अक्टूबर 2023 के सुपरनोवा नरसंहार में जीवित बचे कम से कम 42 लोगों ने संगीत समारोह में हमास को नागरिकों की हत्या करने से रोकने में कथित लापरवाही को लेकर इजरायली सुरक्षा बलों पर मुकदमा दायर किया है।
शिन बेट सुरक्षा सेवा, इज़रायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ), इज़रायल पुलिस और रक्षा मंत्रालय के खिलाफ सोमवार को तेल अवीव जिला न्यायालय में दायर मुकदमे में 20 करोड़ नये शेकेल (लगभग 5.6 करोड़ डॉलर) का दावा किया गया है।
इसमें ऐसे कई उदाहरणों का आरोप लगाया गया है जिनमें सुरक्षा एजेंसियां अपने कर्तव्यों को निभाने में विफल रहीं।
मुकदमे में कहा गया, “आईडीएफ अधिकारियों ने पार्टी को तुरंत तितर-बितर करने के लिए जिम्मेदार कमांडर को संभावित खतरे को देखते हुए एक फोन कॉल कर दिया होता तो जानें बचाई जा सकती थीं और वादी सहित सैकड़ों लोगों को शारीरिक और मानसिक चोटों से बचाया जा सकता था।”
इसमें कहा गया है, “लापरवाही और घोर निरीक्षण अविश्वसनीय है।”
सोमवार रात पत्रकारों को संबोधित करते हुए, 42 वादियों के एक प्रतिनिधि ने कहा: “अगर इन एजेंसियों ने समय पर कार्रवाई की होती तो इस आपदा को कई बार टाला जा सकता था।”
किबुत्ज़ रीम के पास यह उत्सव उन कई स्थानों में से एक था जहां 7 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे। उनमें ज्यादातर नागरिक थे। कम से कम 240 अन्य को बंधक भी बना लिया गया था।
जीवित बचे लोगों के अनुसार, सुपरनोवा उत्सव में नरसंहार 7 अक्टूबर को सुबह लगभग 6.30 बजे शुरू हुआ और दोपहर लगभग 12 बजे तक जारी रहा।
–आईएएनएस
एकेजे