अहमदाबाद, 5 जून (आईएएनएस)। एक दिल दहला देने वाली घटना में, ओधव (अहमदाबाद) में रहने वाले 27 वर्षीय एक शिक्षक ने सोमवार सुबह अपने घर के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी।
14 लाख रुपये ब्याज चुकाने के बाद भी सूदखोरों द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या की गई।
मृतक सुब्रतो पाल के बड़े भाई ने भी छह दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस ने उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
सुब्रतो ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि तीन सूदखोर यशपाल सिंह, हर्षिल मिश्रा और अमन सिंह चौहान उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रहे थे। पुलिस की मदद लेने के बावजूद, उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया, इससे सुब्रतो निराशा की स्थिति में आ गए।
यह घटना ओढ़व के गोकुलनगर सोसाइटी में सोमवार सुबह करीब पांच बजे हुआ। सुब्रतो ने रसोई की छत में हुक से खुद को लटकाने के लिए कपड़े का इस्तेमाल किया।
हिंदी में लिखे सुसाइड नोट में उम्मीद जताई गई है कि उनके निधन के बाद उनके परिवार को न्याय मिल सकता है।
सूत्रों के अनुसार पाल परिवार ने उक्त सूदखोरों से 5.50 लाख रुपए उधार लिए थे। ऋणदाता अक्सर उन्हें परेशान करते थे, शारीरिक हिंसा का सहारा लेते थे और जान से मारने की धमकी भी देते थे। पिछले मंगलवार को सुब्रतो के बड़े भाई शुभंकर ने जहर खा लिया था, लेकिन समय पर इलाज के कारण उसकी जान बच गई थी।
रविवार शाम को, पुलिस ने पाल निवास का दौरा किया, लेकिन औपचारिक शिकायत लेने में विफल रही, जिससे सुब्रतो की पीड़ा बढ़ गई।
तीनों साहूकार अक्सर दावा करते थे कि निकोल के पीआई उनके रिश्तेदार हैं।
ओधव पुलिस निरीक्षक जे.एस. कंदोरिया ने कहा कि ठोस सबूत के बिना वे कोई कार्रवाई शुरू नहीं कर सकते। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया है।
–आईएएनएस
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