सूरत, 6 फरवरी (आईएएनएस)। गुजरात के सूरत में बुधवार को दो साल का बच्चा खुले गटर में गिर गया। बच्चे को बचाने के लिए प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन अंत में निराशा हाथ लगी।
रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद बच्चे को गटर से बाहर निकाला, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। उसकी सांसें रुक चुकी थीं। इस घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
दरअसल, बुधवार शाम करीब 5:30 बजे मासूम अपनी मां के साथ बाजार जाते समय अचानक गटर में गिर गया। स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमों द्वारा बचाव कार्य शुरू किया गया। करीब 18 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। बच्चे की उम्र लगभग दो साल बताई जा रही है।
डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर एस.डी. धोबी ने बताया कि बुधवार शाम फोन पर सूचना मिली थी कि एक बच्चा खुले गटर में गिर गया है। दमकल की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
उन्होंने बताया कि यहां दो ड्रेनेज लाइन हैं, जिसमें से एक बारिश की और दूसरी ड्रेनेज लाइन है। जिस जगह बच्चा गिरा है, वहां से करीब 700 मीटर से अधिक की दूरी पर स्थित सभी मैनहोल को खुलवाया गया और इसके बाद जवानों को उसमें उतारा गया।
अग्निशमन अधिकारी बसंत पारीख ने गुरुवार सुबह बताया था कि मैनहोल चैंबर का ढक्कन किसी भारी वाहन की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया था और 2 साल का एक बच्चा उसमें गिर गया। करीब 100-150 मीटर के क्षेत्र की जांच की गई और तलाशी अभियान में 60-70 कर्मचारियों को तैनात किया गया।
उल्लेखनीय है कि बच्चे का परिवार सूरत के अमरोली छपराभाठा स्थित सुमन साधना आवास में रहता है। दो वर्षीय बच्चे का नाम केदार शरद वेगाद है। वह बुधवार शाम अपनी मां के साथ सब्जी मार्केट में गया था। इस दौरान वह अचानक खुले गटर में गिर गया था।
–आईएएनएस
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