जयपुर, 6 फरवरी (आईएएनएस)। राजस्थान शिक्षा विभाग को ‘सूर्य सप्तमी’ (3 फरवरी) पर आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भागीदारी के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन से मान्यता प्राप्त हुई है।
प्रतिनिधि प्रथम भल्ला ने गुरुवार को जयपुर में विधानसभा परिसर में राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर को एक प्रोविजनल प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मंत्री दिलावर ने 3 फरवरी को आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए राज्य के लोगों, विशेषकर बच्चों, युवाओं और अभिभावकों को बधाई दी।
उन्होंने नया विश्व रिकॉर्ड बनाने में उनके सामूहिक प्रयासों की सराहना की। दिलावर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले साल राज्य भर के स्कूलों में सूर्य नमस्कार का पहला बड़े पैमाने पर आयोजन किया गया था।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने ‘सूर्य सप्तमी’ पहल का मूल्यांकन किया और 1.33 करोड़ प्रतिभागियों द्वारा एक साथ सूर्य नमस्कार करने का रिकॉर्ड बनाया, जो विश्व रिकॉर्ड है।
इस वर्ष, राज्य के शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया। 1.53 करोड़ प्रतिभागियों के साथ, पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया गया, जिससे एक नया मील का पत्थर स्थापित हुआ।
उन्होंने दावा किया कि यह उपलब्धि हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है। सरकार हमारे बच्चों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। दैनिक व्यायाम आवश्यक है, यही कारण है कि सुबह की प्रार्थना के बाद सूर्य नमस्कार को स्कूल की दिनचर्या में शामिल किया गया है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने के लिए सबसे अच्छे योग अभ्यासों में से एक है। उन्होंने सभी से सूर्य नमस्कार को अपनी आदत में शामिल करने को कहा।
कार्यक्रम के दौरान भल्ला ने औपचारिक रूप से प्रोविजनल सर्टिफिकेट सौंपा और पुष्टि की कि जल्द ही स्थाई सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
इस समारोह में शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी, प्राथमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट, शिक्षा मंत्री के विशेष सहायक जय नारायण मीना, विशेष अधिकारी सतीश गुप्ता और अन्य विभागीय अधिकारियों सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
–आईएएनएस
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