मुंबई, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिभूति बाजार से जुड़ी धोखाधड़ी को लेकर निवेशकों को सावधान किया है। सेबी ने निवेशकों को सावधानी बरतने और सेबी-रजिस्टर्ड संस्थाओं की वास्तविकता को जांचने की सलाह दी है।
सेबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (पहले ट्विटर), वॉट्सऐप, टेलीग्राम, गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर प्रतिभूति बाजार से जुड़े धोखाधड़ियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए निवेशकों को सावधान किया है।
सेबी के एक बयान के अनुसार, “डिजिटल कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म के बढ़ते इस्तेमाल के साथ यह देखा गया है कि घोटालेबाज शिक्षा प्रदान करने के नाम पर ट्रेडिंग कॉल देकर लोगों को लुभा रहे हैं। वे अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भ्रामक या झूठे टेस्टीमोनियल, सुनिश्चित या जोखिम-मुक्त रिटर्न का वादा या गारंटी भी देते हैं।”
सेबी ने पाया कि ऐसी संस्थाएं अनरजिस्टर्ड निवेश सलाहकार सेवाएं प्रदान कर रही हैं और सेबी के साथ रजिस्टर्ड मध्यस्थ होने का झूठा दावा करती हैं या नियामक द्वारा जारी किए गए नकली प्रमाणपत्रों का प्रदर्शन करती हैं।
सेबी ने धोखाधड़ी वाले ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा नकली सेबी-रजिस्टर्ड संस्थाओं के भी मामले देखे, जो सुझाव देते हैं कि वे सुनिश्चित या जोखिम-मुक्त रिटर्न प्रदान करेंगे।
सेबी ने कहा, “घोटालेबाज भोले-भाले निवेशकों को अपने प्लेटफॉर्म (नकली ट्रेडिंग/सलाहकार ऐप) पर यह दावा कर लुभा रहे हैं कि वे विशेष सेवाएं प्रदान करते हैं। वे प्रतिभूति व्यापार की सुविधा ट्रेड और शेयर प्राइस, संस्थागत ट्रेडिंग खाता, डिस्काउंटेड प्राइस पर आईपीओ, डिस्काउंटेड प्राइस पर ब्लॉक ट्रेड और आईपीओ का निश्चित आवंटन जैसी खास सर्विस के साथ देने की बात कहते हैं।”
इसके अलावा, घोटालेबाज अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी वाले विज्ञापनों/पोस्ट के जरिए निवेशकों को वॉट्सऐप/ टेलीग्राम पर प्राइवेट चैट, ग्रुप और चैनल को जॉइन करने के लिए कह रहे हैं। वे निवेशकों को लुभाने के लिए भ्रामक और हेरफेर वाले कंटेंट तैयार कर रहे हैं।
नियामक ने कहा, “निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सेबी पंजीकृत संस्थाओं के सोशल मीडिया हैंडल के एक्सेस के लिए सावधानी बरतें और उनकी वास्तविकता की पुष्टि करें।”
इसके अलावा, प्रतिभूति बाजार में निवेश करते समय, निवेशकों को केवल सेबी-पंजीकृत मध्यस्थों और सर्टिफाइड ट्रेडिंग ऐप से ही लेन-देन करने की सलाह दी जाती है।
–आईएएनएस
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