नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल-फिलिस्तीन और हमास के मुद्दे पर कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आर्टिकल लिखकर मोदी सरकार पर किए गए हमले को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश करती हुई भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की नीति भारत के खिलाफ है और ऐसा लगता है कि ‘जुड़ेगा कट्टरपंथी और जीतेगा हमास’ अब कांग्रेस का नारा बन गया है।
भाजपा के मुताबिक, किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करना देश की सुरक्षा के लिए घातक और संवेदनशील मुद्दा है। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोनिया गांधी के लेख पर हमला बोलते हुए कहा कि इससे पहले कांग्रेस के शीर्ष स्तर के नेता ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर लेख कब लिखा था?
उन्होंने कहा कि यह दुखद बात है कि कांग्रेस पार्टी इस मौके पर जिस प्रकार की नीति अडॉप्ट कर रही है, वह भारत की प्रतिष्ठा और गरिमा के अनुरूप नहीं, बल्कि कांग्रेस की छुद्र वोट बैंक की पॉलिटिक्स से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर किसी भी प्रकार का किंतु-परंतु राजनीति दलों में नहीं होना चाहिए, आतंकवाद पर राजनीति नहीं राष्ट्रनीति होनी चाहिए। आतंकवाद को किसी भी प्रकार का, व्यवहारिक नहीं नैतिक समर्थन देना भी, प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष रूप से देना भी, किंतु-परंतु कह कर देना भी मानवता के लिए भी घातक है, राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भी घातक और संवेदनशील है।
सुधांशु त्रिवेदी ने तो कांग्रेस पर फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि दुख की बात है कि कांग्रेस अपने प्रस्ताव में भी कहीं आतंकवादी हमले का जिक्र नहीं करते हैं और अपने मुंह पर दही जमा लेते हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता और कांग्रेस पार्टी तथाकथित भारत जोड़ो यात्रा में यह नारा देते थे- ‘जुड़ेगा भारत-जीतेगा इंडिया’, लेकिन अब तो ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस पार्टी का नारा- ‘जुटेगा कट्टरपंथी, जीतेगा हमास’ होता जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी याद दिलाया कि इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों को शुरू करने की भूमिका पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में शुरू की गई थी और दोनों देशों के बीच पीवी नरसिम्हा राव के सरकार के दौरान 1992 में राजनयिक संबंधों की शुरुआत हुई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने यह कहा कि आतंकवाद और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर राजनीति नहीं राष्ट्रनीति होनी चाहिए। आतंकवाद पर कोई किंतु-परंतु या इफ और बट नहीं होना चाहिए। कांग्रेस वोट बैंक के लिए जिस तरह की नीति अपना रही है, वह नीति देश के खिलाफ है। कांग्रेस बताए कि आतंकवाद के मुद्दे पर वो क्यों चुप हैं।
उन्होंने कहा कि इस विषय पर कांग्रेस को अंतर्राष्ट्रीय दृष्टि से देखना चाहिए। अगर मानवीय संवेदना से देखना है तो पूरी मानवीय संवेदना से देखना चाहिए और जहां तक भारत सरकार के रुख का सवाल है भारत सरकार का स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है कि भारत इजरायल के द्वारा इजरायल के साथ वार्ता के जरिए सौहार्दपूर्ण और इजरायल के साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के जरिए एक स्वतंत्र फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं। लेकिन, अब जहां न वार्ता हो, न शांति हो, न जहां सौहार्द हो और न सह अस्तित्व हो तो इसमें उन्हें (सोनिया गांधी) कौन सी चीज भारत सरकार की नीति के विरुद्ध नजर आ रही है, उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।
–आईएएनएस
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