नई दिल्ली, 8 अप्रैल(आईएएनएस)। सोमवती अमावस्य का पर्व सोमवार को पूरे देश में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने नदियों में स्नान कर और पीपल के वृृक्ष की परिक्रमा कर पति की लंबी आयु व सुख-समृद्धि की कामना की।
इस मौके पर हरिद्वार में सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। ब्रह्म कुंड से लेकर गंगा के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालु स्नान कर रहे है। जिला प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को 29 जोन और 39 सेक्टर में बांटकर व्यवस्था को बनाने का प्रयास किया है। नोडल अधिकारी व एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि बीती रात 12 बजे से ही यातायात प्लान लागू कर दिया गया है।
इसी प्रकार संगम नगरी प्रयागराज में भी गंगा में स्नान कर व पीपल के वृक्ष की परिक्रमा कर महिलाओ ने पति की लंबी आयु की कामना की। देश के दूसरे भागों में भी लोग भक्ति भाव से पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
इस बार सोमवती अमावस्या पर बहुत ही दुलर्भ संयोग है। इंद्र योग बन रहा है। इस दिन स्नान, दान करने से पितृ तो प्रसन्न होते ही हैं, उनका आशीर्वाद बना रहता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस दिन समस्त शिव परिवार और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की अमावस्या तिथि आठ अप्रैल की सुबह तीन बजकर 31 मिनट से मध्य रात्रि 11 बजकर 50 मिनट तक है। इस दौरान स्नान, दान, पूजा-अर्चना की जा सकती है।
इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और पितरों का तर्पण भी करना चाहिए। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सोमवती अमावस्या के दिन समस्त शिव परिवार और माता लक्ष्मी को चावल की खीर का भोग अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और देवी-देवता मनोवांछित फल की कामना को पूरा करते हैं।
–आईएएनएस
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