जबलपुर. शहर के साथ प्रदेश भर के स्कूलों में जल्द ही पाठ्यक्रम में यातायात का पाठ जुडऩे जा रहा हैं जिसमें विद्यार्थियों को यातायात के नियम पढ़ाए जाएंगे. स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि स्कूल शिक्षा मंत्री ने इस बात के संकेत देते हुए कहा हैं कि यह बचपन की अच्छी सीख होगी.
सूत्रों के अनुसार प्रदेश भर में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए शिक्षा विभाग यह नई पहल करने जा रहा हैं. स्कूलों में अब बच्चों को यातायात के नियमों का पाठ भी पढ़ाया जाएगा. यह 2025-26 सत्र से होगा शुरू किया जाएगा.
इसकी शुरुआत आगामी शिक्षा सत्र 2025-26 से होगी. स्कूल शिक्षा विभाग की इस कवायद से बच्चों को यातायात के नियमों के बारे में सही से जानकारी मिलेगी.
इस तरह होगा पाठ्यक्रम
जानकारी के अनुसार पाठ्यक्रम भी इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि इसमें दोहराव न हो इसके साथ ही उनकी सामग्री विद्यार्थियों के बौद्धिक स्तर के अनुकूल हो. पांचवीं की पुस्तक में आठ अध्याय हैं. इसमें वाहन सड़क में कैसे, किस दिशा में चलाएं, रोटरी क्या है. प्रदूषण के मापदंड के अनुसार वाहन कितने प्रकार के होते हैं. लाइसेंस कितने तरह के होते हैं, जैसी जानकारियों को शामिल किया गया है.
बढ़ रही सड़क दुर्घटना
प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं और इसमें जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यातायात के नियम तोडऩे वालों के विरुद्ध सख्ती के बाद भी घटनाएं बढ़ रही हैं. चिंता की दूसरी बात यह भी है कि दुर्घटनाएं जिस अनुपात में बढ़ी हैं उससे कहीं ज्यादा मृतकों की संख्या बढ़ी है. पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि सख्ती के साथ ही लोगों का सोच बदलना भी जरूरी है और इसकी शुरुआत के लिए विद्यार्थियों से अच्छा कोई समूह नहीं हो सकता.